तेंदुए की हलचल पर सक्रिय हुआ वन विभाग
जहाल महल रोड पर दिखे पदचिह्न
लोहानी गुफा क्षेत्र में तेंदुए की चहलकदमी की खबर मिली है।
मांडू. विंध्याचल पर्वत शृंखला पर बसे ऐतिहासिक नगरी मांडू के सघन वन क्षेत्र शेर ,चीते और तेंदुए का शुरू से ही बसेरा रहा है। सोमवार सुबह करीब 4 से 5 के बीच में लोहानी गुफा वन परिक्षेत्र से खारी बावड़ी जहाज महल रोड पर तेंदुए की मूवमेंट की खबर सुनने में आई । जहाज महल रोड स्थित वन विभाग के कॉटेज बने हैं । वहां रह रहे कर्मचारियों ने बताया कि अक्सर तेंदुआ कॉटेज परिसर से होकर गुजरता है । सुबह भी तेंदुए के पद मार्ग देखे गए थे।
जंगल में पानी नहीं तो आ रहे
मांडू के आसपास तेंदुओं के प्राकृतिक बसेरे लोगों की घनी आबादी विस्तारित होने के कारण लुप्त हो गए है। इनका अस्तित्व खतरे में है। जंगलों में जलस्रोत भी खत्म हो गए हैं। इससे तेंदुओं को अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है और पानी की खोज में दर-ब-दर भटकते तेंदुए शहर की ओर आते हैं वन विभाग को तेंदुओं के संरक्षण के लिए मांडू की आसपास स्थित घाटियों में ही इनका बसेरा बनाना चाहिए।
विभाग द्वारा किए जा रहे हैं कई प्रयास
मांडू रेंज के रेंजर शिवशंकर चतुर्वेदी ने बताया लोहानी गुफा क्षेत्र में तेंदुए की चहलकदमी की खबर मिली है। एक सप्ताह में करीब यह दूसरी बार सुनने में आया है। विभाग द्वारा मुनादी कर आसपास के लोगों को सूचना दे दी गई है। साथ ही वन्य प्राणियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए खासकर गर्मी के दिनों में पानी की व्यवस्था विभाग कर रहा है। वन्य प्राणी शहरों की तरफ ना आए विभाग के कर्मचारी लगातार क्षेत्र में गश्त लगा रहे हैं ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो।