रोड पर स्पीड ब्रेकर बन जाए तो अच्छा रहेगा
रोड पर स्पीड ब्रेकर बन जाए तो अच्छा रहेगा
रोड पर स्पीड ब्रेकर बन जाए तो अच्छा रहेगा
धार. सर यहां पर पूर्व में छात्रों के साथ दुर्घटना हो चली है, रोड पर स्पीड ब्रेकर बन जाए तो अच्छा रहेगा, कई बार हमने शिकायत की थी, लेकिन उसकी भी सुनवाई नहीं हुई, स्पीड ब्रेकर लगा जाएंगे तो दुर्घटनाएं कम होगी, यहां पर अभी तक स्पीड ब्रेकर नहीं लगाए है। कुछ इसी तरह की बात एनएसयूआई और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों व छात्रों ने एसडीएम से कही।
बुधवार को एनएसयूआई और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी शासकीय पीजी कॉलेज पहुंचे। यहां पर एनएसयूआई के दीपेंद्र ठाकुर ने प्रभारी प्राचार्य एचएल फुलवरे से कहा कि स्पीड ब्रेकर के मामले में कई बार हमने शिकायत की और इस ओर कॉलेज प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। इस पर प्रभारी प्राचार्य फुलवरे ने कहा कि हमने पीडब्ल्यूडी और कलेक्टर को भी स्पीड ब्रेकर लगाने के लिए सूचित किया हुआ और आवेदन भी दिया है। इस दौरान नेता ठाकुर आवेदन की प्रतिलिपि मांगी तो प्रभारी प्राचार्य टालमटोल करने लगे। इसके बाद ठाकुर ने आंदोलन की बात कही और कॉलेज के छात्रों के साथ बाहर आ गए। इसके कुछ देर के बाद एबीवीपी और एनएसयूआई के पदाधिकारी गेट पर पहुंचे और उन्हें समझाने के लिए प्रोफेसर इंजू खान पहुंचे। इसके तुरंत बाद एसडीएम वीरेंद्र कटारे और नौगांव थाना टीआई को मामले की सूचना दी। सूचना मिलते ही एसडीएम वीरेंद्र कटारे पहुंचे और मामले का समझा।
ट्रैफिक कंट्रोलर लगाएंगे
एसडीएम कटारे ने एबीवीपी और एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने कॉलेज परिसर के बाहर स्पीड ब्रेकर की बात रखी। इस पर एसडीएम कटारे ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश है कि हाईवे पर स्पीड ब्रेकर नहीं लगाए जाए, लेकिन यहां पर एक ट्रैफिक का एक जवान और कंट्रोलर लगाया जाएगा ताकि दुर्घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके। काफी देर तक समझाने के बाद पदाधिकारी छात्र समझे और मामला शांत हुआ। उल्लेखनीय है कि इंदौर-अहदाबाद मार्ग होने के चलते यहां पर कई वाहन तेजगति से निकलते है। इसी मार्ग पर शासकीय पीजी कॉलेज भी है। इस अवसर पर एनएसयूआई के करनसिंह चौहान, विकास राजपूत, दीपक गोरवे, एबीवीपी से कपिल चौधरी, महेश मोड सहित अन्य पदाधिकारी सदस्य मौजूद थे।