scriptकागजों पर कई क्षेत्रों में मिशन पूरा, नल में पानी का अब भी इंतजार | jal jivan mission | Patrika News
धार

कागजों पर कई क्षेत्रों में मिशन पूरा, नल में पानी का अब भी इंतजार

जल की आस में दम तोड़ता मिशन
– योजना पूरी होने के बाद भी नहीं मिल रहा लोगों को नल से पानी
– जल जीवन मिशन की हकीकत, धार को प्रदेश स्तर पर मिल चुका है पुरस्कार

धारFeb 28, 2024 / 06:04 pm

binod singh

कागजों पर कई क्षेत्रों में मिशन पूरा, नल में पानी का अब भी इंतजार

कागजों पर कई क्षेत्रों में मिशन पूरा, नल में पानी का अब भी इंतजार

धार. केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पानी पहुंचाने के लिए कार्ययोजना बनाई और काम शुरू किया, लेकिन यह परियोजना अफसरशाही की भेंट चढ़ गई। ग्राउंड पर योजना की हकीकत जगजाहिर है। नल तो है लेकिन लोगों को पानी नहीं पहुंचता है। टंकी है तो लिकेज के कारण भर नहीं पाते है। हालात यह है कि योजना के तहत जमीन के भीतर 3 मीटर खुदाई कर पाइप लाइन बिछाई जाना थी, लेकिन गांवों में एक फीट पर ही पाइप डाले हुए हैं, जो वाहनों के दबाव के कारण फूट जाते हैं। यह सब आम समस्या है, लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि इस योजना से लोगों को घर तक पानी पहुंचना था, जबकि इस योजना का मूल ही अभी अधूरा है।
जिले में योजना के तहत 4 लाख 50 हजार घरों में नल लगाने का लक्ष्य है, लेकिन कागजों पर तो लक्ष्य के एवज में 60 प्रतिशत से ज्यादा की पूर्ति हो चुकी है। हकीकत में लोगों को नलों से पानी नहीं मिल रहा है। जिले में 2 लाख 50 हजार लोगों के घरों तक नल लगाए जा चुके हैं। वहीं योजना को पूरा करने की जल्दबाजी में भी पीएचई ने सिर्फ निर्माण पर पूरा फोकस किया। जबकि यह भी नहीं देखा गया कि गांव में योजना के तहत पानी सप्लाय करने के लिए कौन से विकल्प रहेंगे और पानी की आपूर्ति कहां से निरंतर की जा सकेगी। ऐसे में स्ट्रक्चर तो तैयार हो गए, लेकिन उनसे पानी की आपूर्ति करना चुनौती बन गया।
यह है हकीकत

केस 1 :

सरदारपुर जनपद की ग्राम पंचायत बड़ोदिया में एक वर्ष पूर्व योजना पूरी हो चुकी है। 1 करोड़ की इस परियोजना को पूरा कर योजना के संचालन के लिए पंचायत को हैंडओवर भी कर दिया गया, लेकिन ग्रामीणों को पंद्रह दिन में एक बार पानी मिलता है, लेकिन वह भी सिर्फ एक घंटे के लिए पानी दिया जाता है। पंचायत अपने स्तर पर पानी की व्यवस्था करती है। दरअसल योजना निर्माण से पहले पानी के विकल्प की व्यवस्था नहीं की गई। इस कारण बोरवेल या अपने स्तर पर निजी टैंकरों से पानी खरीदकर आपूर्ति करती है। बड़ोदिया में 700 लोगों को नल कनेक्शन दिया गया है। पंच नीलेश वैष्णव ने बताया कि एक ही गली में कनेक्शन है, लेकिन एक घर में पानी का प्रेशर अच्छा है तो दूसरे घर में पानी का प्रेशर ही नहीं आता है। काम में भी गुणवत्ता की कमी है। इसको लेकर सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की है, लेकिन आज तक कोई निराकरण नहीं किया गया। योजना के तहत कई घर छोड़ दिए गए है, लोगों को पूरे कनेक्शन भी नहीं दिए गए है।
केस 2 :

बदनावर की ग्राम पंचायत खेड़ा में योजना का काम पूरा हो गया है। 6-7 माह में पहले काम पूरा हो गया है, लेकिन अब भी गांव के दो मोहल्ले ऐसे है, जहां पर नल कनेक्शन तो कर दिया गया है, लेकिन उनमें पानी नहीं पहुंच रहा है। इस कारण ग्रामीणों की समस्या जस की तस बनी हुई है। इसको लेकर ग्रामीणों की तरफ से कई बार पीएचई को शिकायत की गई है, लेकिन समस्या का आज तक निराकरण नहीं हो पाया। जिपं पंचायत सदस्य निर्देश सोनगरा ने बताया कि गुणवत्ताविहिन पाइप लाइन डाली गई, जो जगह-जगह से फूटी हुई है। गांव में कई घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है।
केस 3 :

सरदारपुर की ही ग्राम पंचायत बिछिया में भी 3 करोड़ की लागत से योजना का काम किया गया है, लेकिन यहां भी लोग पानी को मोहताज हैं। नल तो है लेकिन पानी नहीं मिल रहा है। ग्रामीण मंडल उपाध्यक्ष भागीरथ पाटीदार निवासी बिछिया के अनुसार गांव में योजना पंचायत को हैंडओवर हो गई है, लेकिन पाइप लाइन सही नहीं डाली गई है। कांक्रीट भी नहीं किया गया। इस कारण कई जगहों से पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होकर लीकेज है। वॉल्व भी जमीन के उपर ही खुले छोड़ दिए गए है। गांव ४०० कनेक्शन है, लेकिन वह भी अधूरे हैं। गांव में पाइप लाइन भी एक फीट की खुदाई कर बिछा दी गई है। इस कारण भी लाइन क्षतिग्रस्त होती है।
विधानसभा में गूंजा है मुद्दा

– जल जीवन मिशन को लेकर बड़े पैमाने पर परियोजनाओं का काम किया जा रहा है, जो अब भी जिले में जारी है। लेकिन कई परियोजनाएं आज भी ऐसी है, जहां पर आज भी लोग नल से पानी का इंतजार कर रहे हैं। इसको लेकर जिले के विधायकों ने विधानसभा में भी मुद्दा उठाया है। सबसे पहले गंधवानी से विधायक व नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने जल जीवन मिशन के तहत गंधवानी में तैयार की गई परियोजना पर सवाल उठाते हुए इसमें अनियमितता की बात कही थी। गंधवानी और टांडा की परियोजनाएं कागज पर भले ही पूरी हुई हो, लेकिन आज भी ग्रामीणों को पानी की सुविधा नल से नहीं मिली।
– इसी तरह बदनावर विधानसभा में जल जीवन मिशन के तहत हुए कार्यों में भी पानी नहीं मिलने का मुद्दा उठ चुका है। बदनावर की ग्राम पंचायत सांभर में परियोजना पूरी होने के बाद हैंडओवर कर दी गई, लेकिन पानी की टंकी लिकेज होने के कारण पानी की सप्लाय नहीं हुआ। जब मामला बदनावर विधायक भंवरसिंह शेखावत के सामने आया तो उन्होंने धार में हुई समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों के सामने रखा। इसके बाद विधानसभा में भी मामला उठाया गया। ताबड़तोड़ पीएचई ने टंकी की मरम्मत तो करवाई, लेकिन पानी की बूंद को अब भी ग्रामीण तरस रहे है।
इनका कहना

– जहां भी योजना पंचायत को हैंडओवर हो चुकी है, वहां दिक्कत नहीं है। यदि कुछ स्थानों पर टूट-फूट हुई है तो वहां सुधार किया जा सकता है। यदि इस तरह की दिक्कत है तो दिखवा लेते हैं।
पीसी मीना, ईई, पीएचई, धार

Hindi News/ Dhar / कागजों पर कई क्षेत्रों में मिशन पूरा, नल में पानी का अब भी इंतजार

ट्रेंडिंग वीडियो