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परमाणु अस्त्र का प्रयोग मानवता के लिए अभिशाप
धामनोद.
शासकीय महाविद्यालय, धामनोद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती व्याख्यानमाला कार्यक्रम के अंतर्गत सहायक प्राध्यापक प्रोफेसर अभयसिंह मंडलोई ने “पर्यावरण” के प्रति गांधीजी के विचार रखें । आपने बताया कि गांधीजी स्वच्छता प्रेमी थे पर्यावरण और प्रकृति से उनका जुड़ाव था, हमें भी पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए ।राजीव गांधी भारत रत्नस्मरण व्याख्यानमाला के अंतर्गत व्याख्याता मोहित सोनी ने “परमाणु अस्त्र मानव सभ्यता के विकास के लिए नहीं” विषय पर कहा कि परमाणु अस्त्र का प्रयोग मानव जाति के लिए विध्वंसक है। देश और समाज के लिए क्रूर अभिशाप है। जापान में नागासाकी और हिरोशिमा में परमाणु हमले का उदाहरण देते हुए बताया कि इतिहास इन विनाशकारी घटनाओं के लिए मानव को कभी माफ नहीं करेगा। आज बहुत से देश परमाणु शक्ति संपन्न हो गए हैं और जरा-जरा सी बात पर परमाणु हमले की धमकी देते हैं, यदि परमाणु हमला हुआ तो विश्व से मानव का अस्तित्व मिट जाएगा। यह जानकारी प्रो. अश्विन सिंह तोमर द्वारा दी गई। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. गुलाब सोलंकी सहित समस्त महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा। संचालन सह प्राध्यापिका डॉ. वीणा बर्डे ने किया। आभार सहायक प्राध्यापक डॉ. रमेश रावत ने व्यक्त किया।
परमाणु अस्त्र का प्रयोग मानवता के लिए अभिशाप
धामनोद.
शासकीय महाविद्यालय, धामनोद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती व्याख्यानमाला कार्यक्रम के अंतर्गत सहायक प्राध्यापक प्रोफेसर अभयसिंह मंडलोई ने “पर्यावरण” के प्रति गांधीजी के विचार रखें । आपने बताया कि गांधीजी स्वच्छता प्रेमी थे पर्यावरण और प्रकृति से उनका जुड़ाव था, हमें भी पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए ।राजीव गांधी भारत रत्नस्मरण व्याख्यानमाला के अंतर्गत व्याख्याता मोहित सोनी ने “परमाणु अस्त्र मानव सभ्यता के विकास के लिए नहीं” विषय पर कहा कि परमाणु अस्त्र का प्रयोग मानव जाति के लिए विध्वंसक है। देश और समाज के लिए क्रूर अभिशाप है। जापान में नागासाकी और हिरोशिमा में परमाणु हमले का उदाहरण देते हुए बताया कि इतिहास इन विनाशकारी घटनाओं के लिए मानव को कभी माफ नहीं करेगा। आज बहुत से देश परमाणु शक्ति संपन्न हो गए हैं और जरा-जरा सी बात पर परमाणु हमले की धमकी देते हैं, यदि परमाणु हमला हुआ तो विश्व से मानव का अस्तित्व मिट जाएगा। यह जानकारी प्रो. अश्विन सिंह तोमर द्वारा दी गई। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. गुलाब सोलंकी सहित समस्त महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा। संचालन सह प्राध्यापिका डॉ. वीणा बर्डे ने किया। आभार सहायक प्राध्यापक डॉ. रमेश रावत ने व्यक्त किया।