इस मामले को लेकर मंडी सचिव लक्ष्मण सिंह ठाकुर ने एसडीएम मनावर को सूचित किया की बिना किसी कारण व सूचना के व्यापारियों ने मंडी में आज खरीदी के लिए नहीं आए हैं, पूरे दिन भर बाहर ग्रामीण अंचलों से आए किसान परेशान होते रहे आखिर कोई समाधान नहीं निकला। इस संबंध में व्यापारियों का कहना था कि मंडी सचिव अपनी मनमानी कर रहे हैं बेवजह व्यापारियों को परेशान करने से सभी व्यापारी त्रस्त हो चुके है। व्यापारी संघ मनावर ने गुरूवार को कृषि उपज मंडी में अपना खरीद फरोख का कारोबार बंदकर व्यापारियों का प्रतिनिधि मण्डल भोपाल में मुख्यमंत्री कमलनाथ, कृषि मंत्री सचिन यादव, नर्मदा घाटी विकास मंत्री सुरेन्द्रसिंह बघेल, वन मंत्री उमंग सिंघार, मनावर विधानसभा विधायक डॉ. हीरालाल अलावा को आवेदन पत्र सौंपा। जिसमें कहा गया की मनावर कृषि उपज मण्डी सचिव का व्यापारियों के साथ बहुत ही कठोर व अपमान जनक व्यवहार है सचिव दिन प्रतिदिन व्यापारियों के खिलाफ अनावश्यक मामलों में नोटिस देना एवं उपज खरीदी की अनुज्ञा देने में आना कानी व वरिष्ठ व प्रतिष्ठि व्यापारियों को मण्डी कार्यालय से बाहर निकल जाओ जैसे कहकर अव्यवहारिक व्यवहार करना तथा मंडी संबंधी कामकाज में असहयोग करना इनकी प्रवृती बनी हुई है।
व्यापारियों के द्वारा खरीदी गई उपज जो शेड में रखी जाती है वहां पर लाईट प्रकाश की व्यवस्था वर्षो से चली आ रही थी। व्यवस्था को बंद कर देना आदि कई तरह की मनमानी से व्यापारी वर्ग परेशान हो गया है। अविलंब मण्डी सचिव लखनसिंह ठाकुर को हटाया जाय वरना मण्डी में उपज खरीदी नहीं की जाएगी।
दूसरी ओर मण्डी सचिव का इस मामले में कहना था की पिछले कई वर्षो से कृषि उपज मण्डी प्रांगण में व्यापारीगण शेड में बिजली का उपयोग करते आ रहे थे जब उपज इनकी वहां रखी जाती है तथा विद्युत का उपयोग ये अपने निजी संसाधनों के लिए भी कर रहे थे जो मैंने बंद करवाए साथ टिन शेड में यह खरीदे गए। अनाज कई दिनों तक पटक रखते थे जिसे वहा से हटवाया गया।
मंडी प्रांगण में जगह कम होने से किसान जब उपज लेकर आता है तो टे्रक्टर वाहन खड़े करने में बडी दिक्कतें होती थी यह सब कार्यवाही होने से व्यापारी वर्ग मेरे विरूद्ध शिकायतें कर रहे है। मैंने जो भी किया है वह किसानों व मण्डी के हित में किया है।
लक्ष्मण सिंह ठाकुर मंडी सचिव