हादसे में ड्राइवर व क्लिनर गाड़ी में ही फंस गए हादसें के बाद पीछे वाले ट्राले के ड्राइवर व क्लिनर गाड़ी में ही फंस गए। ड्रायवर की तो मौके पर ही मौत हो गई। क्लिनर चिल्ला रहा था। 10 मिनट में लोगों कि मदद से क्लिनर को बहार निकालकर एंबुलेंस कि मदद से उपचार के लिए धामनोद भेजा। इसके बाद क्रेन की मदद से मृतक ड्रायवर का शव भी बाहर निकाला गया। हादसे के बाद एक ट्राले में भरे लहसुन सडक़ पर फैल गए। सडक़ पर लहसुन होने से बाइक सवार गिरते रहें। तुरंत लोगों ने सडक़ से लहसुन एक तरफ किए गए। लोगों ने गिरे बाइक सवारों को उठाकर एक तरफ कर दूसरे बाइक को धीरे निकलने को कहा गया।
ढलान के कारण होती है दुर्घटना गणपति घाट पर दुर्घटना का एक ही कारण है। घाट की ढलान इतनी ज्यादा है कि उतरते समय वाहनों की गति तेज हो जाती है। इससे माल से भरे वाहन अनियंत्रित होकर या ब्रेक फेल होने से दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। वाहन या तो आगे चल रहे हैं वाहन में घुस जाते हैं। या फिर डिवाइडर कूदकर दूसरी लेन में चले जाते हैं, या फिर खाई में गिर जाते हैं ।
40 मिनट तक रहा जाम हादसे के बाद घाट पर उतरने वाली एक लेन बंद हो गई। वाहनों की लंबी कतार लग गई। 40 मिनट तक 2 किमी दूर तक जाम लगा रहा। वाहनों को सडक़ से हटाने के बाद ट्रैफिक चालू हुआ। हादसे कि खबर लगते हि गुजरी के युवा कुंदन दुबे, गौरव जायसवाल, आकाश लल्ला वर्मा आदि गणपति घाट पहुंचे। युवाओं ने ट्रैफिक के साथ गिर रहे बाइक सवारों को उठाकर एक तरफ भी किया। एक घंटे तक युवाओं ने वहां से निकल रहे वाहनों सहित लोगों की मदद की।