वर्तमान में धार, बदनावर और राजगढ़ में विंड एनर्जी यूनिट स्थापित होकर काम कर रही है। साथ ही बिजली उत्पादन भी कर रही है। इसके अलावा सरदारपुर, राजगढ़, अमझेरा, तिरला और गंधवानी क्षेत्र में नई यूनिट की स्थापना के लिए काम जारी है। एक बड़े हिस्से में यह यूनिट स्थापित की जा रही है। इन यूनिट के शुरू होने के बाद विंड एनर्जी से प्राप्त होने वाली बिजली की आपूर्ति भी बढ़ेगी।
-औसत २० करोड़ यूनिट बिजली की जरूरत मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अनुसार जिले में औसत २० करोड़ यूनिट बिजली की आवश्यकता रहती है। हालांकि यह आवश्यकता आम दिनों के हिसाब से रहती है, लेकिन गर्मी और त्योहारों के वक्त यह मांग बढ़ जाती है। दीपावली पर्व पर बिजली की डिमांड २७ करोड़ यूनिट के आसपास पहुंच जाती है। जबकि आम दिनों में यह आंकड़ा १८-१९ करोड़ यूनिट के आसपास ही रहता है। गर्मियों के दिनों में भी २१-२२ करोड़ यूनिट प्रतिमाह बिजली की डिमांड बनी रहती है।-जिले में संचालित विंड एनर्जी प्रोजेक्ट
– वर्ष २०१६ में विंड एनर्जी पर जिले में काम शुरू हुआ और पवन चक्की धार से लेकर बदनावर तक स्थापित की गई। – बदनावर में मेसर्स रिन्यू पॉवर द्वारा ६३ मेगावॉट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। यह जिले का दूसरा बड़ा प्रोजेक्ट है।
– जिले में सबसे बड़ा प्रोजेक्ट राजगढ़ में मेसर्स क्लीन विंड पॉवर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट की क्षमता १०० मेगावॉट बिजली उत्पादन की है। – धार में दो प्रोजेक्ट संचालित हो रहे हैं। इनमें तिरुपति धार रिन्यूवल पावर प्राइवेट लिमिटेड व धार विंड पॉवर प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा १५-१५ मेगावॉट क्षमता वाले प्रोजेक्ट स्थापित कर बिजली उत्पादन किया जा रहा है।
इनका कहना – विंड एनर्जी प्रोजेक्ट से बिजली उत्पादन बढ़ा है। वर्तमान में जिले में संचालित प्रोजेक्ट से १९३ मेगावॉट बिजली का उत्पादन हो रहा है। इनके माध्यम से विभाग को बिजली की आपूर्ति की जाती है।
दिनेश गाठे, अधीक्षक यंत्री, विविकं, धार