सूर्य और शनि दिखायेंगे कमाल
पं. प्रहलाद कुमार पंड्या के अनुसार इस साल 2019 में साल के पहले दिन की शुरूआत मंगलवार के दिन से हो रही हैं तो साल 2019 का समापन भी मंगलवार के दिन ही हो रहा हैं । इसलिए इस साल में मंगलावर की युति बन रही हैं । हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से विक्रम संवत 2076 (परिधावी संवत्सर) के प्रधान स्वामी शनि हैं और इसका मंत्री सूर्य हैं, एवं दुर्गेश शनि और धनेश मंगल हैं ।
नए वर्ष का शुभारंभ करेंगे ये दो योग का आगमन
इस साल 2019 यानि की नये साल के शुभारंभ पर- शुक्र व चंद्रमा के एक साथ रहने से जैमिनी योग एवं सभीग्रहों का चार स्थानों पर रहने के कारण केदार योग बन रहा हैं । इसलिए नये साल की शुरूआत जैमिनी और केदार योग के बने संयोग के साथ हो रहा हैं ।
1870 के बाद बना ये महासंयोग
पं. प्रहलाद कुमार पंड्या ने बताया कि इस साल 2019 में एक बड़ा महासंयोग भी बन रहा हैं जो इससे पहले सन् 1870 में ऐसा संयोग बना था । इस साल 2019 में शनि और केतु की युति बन रही हैं, जो कि इससे पहले साल 1870 में भी इस प्रकार का संयोग बना था और उस समय भी देश में कई घटनाएं घटित हुई थी जिससे बहुत कुछ परिवर्तन हुआ था । 2109 के बाद अब यह संयोग यानि की शनि और केतु की युति आगामी साल 2076 में बनेगा ।
साल 2019 के मार्च माह में राहू और केतु तथा नवम्बर 2019 में गुरु का राशि परिवर्तन भी होगा । इस साल खास बात यह है कि शनि ग्रह राशि परिवर्तित नहीं करेंगा । लेकिन शनि की साढ़े साती वृश्चिक राशि, धनु राशि एवं मकर राशि में साल भर रहेगी, और शनि की ढैय्या भी वृषभ राशि और कन्या राशि में साल भर रहेगी ।
साल 2019 में लग रहे है 5 ग्रहण
इस साल 2019 में कुल 5 ग्रहण लगने वाले हैं, जिसमें दो 3 सूर्य ग्रहण एवं 2 चन्द ग्रह लगेंगे । 2 ग्रहण जनवरी माह में , 2 जुलाई माह में एवं 1 दिसंबर 2019 में हैं ।
पहला ग्रहण – 5 जनवरी 2019 दिन शनिवार को साल का पहला सूर्य ग्रहण
दूसरा ग्रहण – 21 जनवरी 2019 दिन सोमवार को साल का पहला चन्द्र ग्रहण
तीसरा ग्रहण – 2 जुलाई 2019 दिन मंगलवार को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण
चौथा ग्रहण – 16 जुलाई 2019 दिन मंगलवार को साल का दूसरा चन्द्र ग्रहण
पांचवां ग्रहण – 26 दिसम्बर 2019 दिन गुरुवार को साल का तीसरा सूर्य ग्रहण