दरअसल बिहार के लखीसराय जिले में पोखरामा नाम का एक गांव है। यह गांव सूर्यवंशियों का गढ़ माना जाता है। वहीं गांव में एक प्राचीन सूर्य मंदिर भी है जिसकी ख्याति दूर-दूर तक प्रसिद्ध है।
इस मंदिर में छठ वाले दिन यहां काफी भीड़ जुटती है। वहीं इस मंदिर के निर्माण की एक रोचक कहानी है। कहा जाता है कि इस सूर्य मंदिर का निर्माण मोतिहारी स्थित भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर रामकिशोर सिंह ने करवाया था।
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मंदिर निर्माण की रोचक कहानी…बताया जाता है कि मोतिहारी स्थित भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर रहे रामकिशोर को सन 1998 में एक दिन सपने में एक साधु दिखाई दिए। उन साधु ने रामकिशोर को सपने में अपनी जमीन पर सूर्य मंदिर बनाने का कहा।
इसके बाद सुबह उठते ही रामकिशोर ने यह बात अपने घरवालों को बताई और फिर उन्होंने पोखरामा गांव में अपनी जमीन पर सूर्य मंदिर की नींव डाली। मंदिर निर्माण में काफी पैसे लगने थे, ऐसे में मैनेजर ने अपने पीएफ की सारी राशि सूर्य मंदिर निर्माण कार्य में लगा दी। इसके बाद कृषि योग्य उपजाऊ कीमती जमीन पर करीब 20 लाख रुपए की लागत से वहां भव्य सूर्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है।
मंदिर के बनते ही यहां भक्तों का तांता लगना शुरु हो गया।साल दर साल यह सूर्य मंदिर फेमस होता गया। मंदिर के विस्तृत भू भाग में कई अन्य मंदिर, तालाब एवं सामुदायिक भवन का निर्माण कराया गया है। छठ के अवसर पर यहां व्यापक मेला का आयोजन होता है।