कहा जाता हैं कि सुबह, दोपहर और शाम तीन समय सूर्य देव विशेष रूप से प्रभावी होते हैं । सुबह के वक्त सूर्य की आराधना से सेहत बेहतर होती है । दोपहर में सूर्य की आराधना से नाम और यश बढ़ता है । शाम के समय सूर्य की आराधना से जीवन में संपन्नता आती है । शाम के समय सूर्य अपनी दूसरी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं, इसलिए प्रत्यूषा को अर्घ्य देना तुरंत लाभ देता है । जो डूबते सूर्य की उपासना करते हैं, उन्हें उगते हुये सूर्य की उपासना भी जरूर करना चाहिए ।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार डूबते हुये सूर्य को अर्घ्य देने से मनुष्य के जीवन की अनेक परेशानी दूर हो जाती हैं क्योंकि इस अद्भूत कष्ट निवारण शक्ति मौजूद रहती है । फिर समस्या चाहे सेहत से जुड़ी हो या निजी जिंदगी से । जाने आखिर डूबते सूर्य को अर्घ्य देने से व्यक्ति किन किन मुसीबतों से छुटकारा पा सकते हैं ।
छठ पर्व पूजा में डूबते सूर्य अर्घ्य देने बड़े से बड़े मुकदमे से भी व्यक्ति बाहर निकल जाता हैं ।
1- जो लोग बिना किसी अपराध या कारण मुकदमे में फंस गए है, वे डूबते सूर्य को अर्घ्य जरूर दें ।
2- अगर किसी का कोई काम सरकारी विभाग में अटका हो वे भी डूबते सूर्य को अर्घ्य दें ।
3- अगर किसी की आंखों की रौशनी कम हो गई हो वे डूबते सूर्य को अर्घ्य जरूर दें ।
4- – जिन लोगों को पेट की समस्या लगातार बनी रहती हो, डूबते सूर्य को अर्घ्य दें ।
5- अगर कोई पढ़ने वाला विद्यार्थी जो बार-बार परीक्षा में असफल हो रहे हों, उसे छठ पर्व पूजा में डूबते सूर्य को अर्घ्य जरूर देना चाहिए ।