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बैंगलोर

समय मात्र का भी प्रमाद मत करो: साध्वी रिद्धिमा

जयनगर में प्रवचन

बैंगलोरAug 14, 2021 / 08:36 am

Santosh kumar Pandey

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बेंगलूरु. जयनगर श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन श्रावक संघ में साध्वी रिद्धिमा ने कहा कि प्रभु महावीर ने प्रभु महावीर ने उत्तराध्ययन सूत्र के दसवें अध्ययन में कहा कि हे गौतम समय मात्र का भी प्रमाद मत करो। प्रमाद पांच प्रकार का है, मद, विषय, कषाय, निद्रा, और विकथा। अहंकार 8 प्रकार का है ,जाति मद, कुल मद, बल मद, रूप मद, तप मद, विद्या मद, लाभ मद, ऐश्वर्य मद।
साध्वी ने कहा कि कोई श्रेष्ठ है तो वह अपने कर्तव्य और कर्मों द्वारा श्रेष्ठ है। मानव में मानवता नहीं तो मानव होना व्यर्थ है। ऊंच-नीच, जात-पांति यह सब मानव मन का भ्रम है।
उन्होंने कहा कि आज हमने जैन शब्द को धर्म और जाति बना दिया है। आगम में जैन शब्द कहीं पर नहीं आया, जिन शब्द आया है। जिन धर्म केवल एक विचारधारा है, सोच है, और जो उस विचारधारा को सही समझ कर उस पर स्वयं चल पड़ता है और दूसरों को चलने की प्रेरणा देता है, बस वही जैन कहलाता है।
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