पुत्रदा एकादशी व्रत, मुहूर्त, पूजा विधि एवं महत्व : 11 August 2019
सावन के अंतिम सोमवार करें ये उपाय
1- मिट्टी या अन्य धातु के शिवलिंग को घर में (छोटे रूप में) या किसी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित कर स्थापित करने से व्यापार में वृद्धि और नौकरी में तरक्की होने लगेगी।
2- सावन मास में अंतिम सोमवार के दिन स्फटिक के शिवलिंग को शुद्धजल, गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से अभिषेक करने, धूप-दीप जलाकर शिव मंत्रों का जप करने से समस्त बाधाओं का नाश होता है।
3- सावन मास के अंतिम सोमवार भोलेनाथ के साथ माता पार्वती का षोडषोपचार पूजन करने पर घर परिवार में धन-धान्य की कभी भी कमी नहीं रहती।
4- शिवजी का पूरा परिवार, उनके गण पूरे सावन में प्रसन्न रहते हैं, शिव पूजा के साथ सभी की पूजा करने पर व्यक्ति को जीवन में किसी भी चीज का अभाव नहीं रहता।
5- प्राणघातक बीमारी से प्राणों की रक्षा के लिए सावन सोमवार को महामृत्युंजय मंत्र का जप रुद्राक्ष की माला से करने पर पीड़ित जातक को शीघ्र लाभ होने लगता है।
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।।
बड़ी से बड़ी परेशानियों से तुरंत मिलेगा छुटकारा, शिव मंदिर में कर लें इस स्तुति का पाठ
जप लें इनमें से कोई भी एक मंत्र शिवजी करेंगे कृपा, होगी हर इच्छा पूरी
1- ।।ॐ नमः शिवाय।।
2- ।।ॐ ऐं ह्रीं शिव गौरीमय ह्रीं ऐं ॐ।।
3- ।।ॐ ह्रीं नमः शिवाय ह्रीं ॐ।।
4- ।।ॐ श्रीं ऐं ॐ।।
5- ।।ॐ हे गौरि शंकरार्धांगि यथा त्वं शंकरप्रिया।
तथा मां कुरु कल्याणी कान्तकांता सुदुर्लभाम।।
6- ।।ॐ साम्ब सदा शिवाय नम:।।
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