चम्बल पुराने पुल से कुछ ही दूर, एक दर्जन गांवों को कराया जा सकता है खाली
कोटा बैराज से की जा रही पानी की निकासी के चलते धौलपुर से निकल रही चम्बल नदी शनिवार को इस सीजन के सबसे उच्चतम स्तर 140 मीटर पर पहुंच गई है। अब पुराना पुल छलकने को तैयार हैं। चम्बल नदी का बहाव पुराने पुल से मात्र 1.80 मीटर दूर रह गया है।
चम्बल पुराने पुल से कुछ ही दूर, एक दर्जन गांवों को कराया जा सकता है खाली
धौलपुर. कोटा बैराज से की जा रही पानी की निकासी के चलते धौलपुर से निकल रही चम्बल नदी शनिवार को इस सीजन के सबसे उच्चतम स्तर 140 मीटर पर पहुंच गई है। अब पुराना पुल छलकने को तैयार हैं। चम्बल नदी का बहाव पुराने पुल से मात्र 1.80 मीटर दूर रह गया है। प्रशासन ने चम्बल नदी के निचले इलाकों पर पूर्णतया नजर बनाई हुई है। अगर पुल के ऊपर से पानी निकलता है तो करीब एक दर्जन गांवों को खाली कराया जा सकता है। लोगों के इधर-उधर आवागमन पर रोक लगा दी गई है। वर्तमान में चम्बल पुल खतरे के निशान 129.70 से दस मीटर ऊंचाई 140 मीटर पर बह रही है। जबकि पुराना पुल करीब 141.80 मीटर ऊंचा है। अगर यही वेग रहा तो 23 साल बाद पुराने चम्बल पुल के ऊपर से पानी बह सकता है। इसके चलते पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। ग्रामीण क्षेत्र में पटवारियों को भेजकर लोगों से चम्बल नदी से दूरी बनाए रखने को कहा गया है। सरमथुरा क्षेत्र के झिरी गांव में चम्बल का पानी घुसने पर तहसीलदार ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया है। वहीं शुक्रवार दोपहर को जिला कलक्टर नेहा गिरी तथा पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने चम्बल पुल का निरीक्षण कर बढ़ते जल स्तर की स्थिति देखी। पानी की अधिकता के चलते पुराने चम्बल पुल से आवागमन पर रोक लगा दी गई है। साथ ही पुल के दोनों ओर बेरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया गया है। राजघाट गांव में पानी रोकने के लिए जेसीबी की सहायता से कटाव क्षेत्र में पत्थर लगाए गए हैं। मौके पर एसडीएम कैलाश मीणा, तहसीलदार चिंरजीलाल शर्मा, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता सुरेश मीणा सहित पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने लोगों से पुराने चम्बल पुल पर नहीं जाने की नसीहत दी है।
कलक्टर ने चम्बल नदी का किया दौरा
चम्बल नदी में पानी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए जिला कलक्टर नेहा गिरी ने शुक्रवार को चम्बल नदी का दौरा किया। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को प्रत्येक घण्टे जल स्तर की रिपोर्ट लेने के निर्देश दिए। साथ ही नगर परिषद आयुक्त से सम्पर्क कर चम्बल पुल पर हवा वाली बोट रखवाने को कहा। वहीं चम्बल में तेज बहाव होने के कारण घडिय़ालों के कम पानी की तरफ रूख करने के कारण उप वन संरक्षक सामाजिक वानिकी से मिलकर आमजन को एडवाइजरी जारी कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मध्यप्रदेश के मुरैना जिले की जिला कलक्टर से दूरभाष पर वार्ता कर मध्यप्रदेश के क्षेत्रा चम्बल पुल के किनारे पर पुलिस बल तैनात करने को कहा। उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षक एवं सभी उपखण्ड अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में स्थित अधीनस्थ तहसीलदार, भू-अभिलेख निरीक्षकों, पटवारी, थाना अधिकारियों को चम्बल नदी एवं जिले में अवस्थित अन्य नदियों के किनारे बसे गांवों में लगातार सम्पर्क करने एवं बाढ़ जैसी स्थिति से बचाव बाबत आवश्यक सतर्कता बनाए रखने के लिए पाबन्द करें एवं गांवों में जल भराव जैसी स्थिति की सूचना अविलम्ब जिला मुख्यालय के बाढ़ नियन्त्राण कक्ष के दूरभाष नम्बर 056 42-220033 पर देने के निर्देशित करें।
इस बरसाती सीजन पहली बार चम्बल के करीब 133.80 मीटर ऊंचाई पर पहुंचने के बाद प्रशासन ने पुराने चम्बल पुल पर आवागमन बंद कर दिया गया था। साथ ही पुलिस अधीक्षक ने लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है। पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने कहा है कि वर्तमान में चम्बल नदी में बढ़े हुए जल स्तर को मध्यनजर रखते हुए तथा पिछले कुछ दिनों में पुराने पुल पर घटित आत्महत्या की घटनाओं को देखते हुए जल स्तर से सचेत रहें तथा नदी के नजदीक ना जाएं। पुराने चम्बल पुल पर आवागमन पर अस्थाई रूप से कुछ दिनों के लिए सम्पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है। पुल के दोनों तरफ पुलिस के जवान सुरक्षा के लिए तैनात किए गए हैं।
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