गुरुवार को अस्पताल के ओपीडी काउंटर पर मरीजों ने पहले रजिस्टे्रशन कराकर उसके बाद चिकित्सकों को दिखाया। जहां चिकित्सकों ने जांच से लेकर दवा लिख दी। कुछ मरीजों को गंभीर होने के चलते वार्ड में भर्ती किया गया। लेकिन उनको वार्ड तक पहुंचने के लिए केवल एक सीढ़ी ही सहारा बनी। अस्पताल के भूतल से लेकर चतुर्थ तल तक मरीजों को चढऩे उतरने में संास फूल रही है। उन्हें यहां भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अस्पताल में वार्डो को शिफ्ट करने की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन शिफ्टिंग की प्रक्रिया का सिस्टम धीमा हो गया है। जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लिफ्ट अभी तक नहीं हुई शुरू- मरीजों को वार्डों तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक तल तक लिफ्ट की व्यवस्था की गई है। लेकिन अस्पताल प्रशासन को लिफ्ट अभी तक सुपुर्द नहीं की गई है। जिसके चलते लिफ्ट मरीजों के पैरों का दर्द दूर नहीं कर पा रही है। गुरुवार को मरीज ऊपर से नीचे उतरने में कराह रहे है। अस्पताल में लगभग पांच की आपोडी रही। जिसमें 64 मरीजों को भर्ती किया गया है। लेकिन इसमें सबसे ज्यादा परेशानी वरिष्ठ नागरिक और महिलाओं को देखने को मिली। जो सीढिय़ों के सहारेउचढकऱ ऊपर नीचे आ रहे है।
यहां फर्श से लेकर दीवार पीक से लाल- सरकार ने करोड़ो के बजट से बनाकर नया अस्पताल तैयार किया है। वार्डों से लेकर मरीजों के परिजनों के लिए प्रतीक्षालय बनाया है। जिससे किसी को कोई परेशानी न हो। लेकिन पान मसाला खाने वाले लोगों ने तो हद ही पार कर दी, नए अस्पताल की दीवारों से लेकर फर्श तक को भी पीक से लाल कर दिया हैं यह आपका अस्पताल हैं इसे स्वच्छ रखने में सहयोग करें।
नए अस्पताल की ओपीडी में चिकित्सक अपने कक्ष में मरीजों को देख रहे है। मरीजों को इलाज दिया जा रहा है। लिफ्ट अभी सुपुर्द नहीं की गई है। जैसे ही अस्पताल प्रशासन को मिलती हैं उसका मरीजों को लाभ मिलेगा।
– डॉ. समरवीर सिंह सिकरवार, पीएमओ जिला अस्पताल धौलपुर