पुलिस भी लगा रही जी-जान, कोरोना वॉरियर्स में हो शामिल
धौलपुर. कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच पुलिस में भी अब कोरोना वॉरियर्स के तहत पचास लाख रुपए का बीमा करने की मांग उठने लगी है। पुलिस भी चिकित्सकों की भांति आम लोगों के सम्पर्क में रह रही है। इस दौरान वे लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे लोगों की धरपकड़ कर रही है तो, दूसरे प्रदेशों से आ रहे लोगों को बॉर्डर पर रोकने के लिए मशक्कत कर रही है।
धौलपुर•Apr 01, 2020 / 05:49 pm•
Naresh
पुलिस भी लगा रही जी-जान, कोरोना वॉरियर्स में हो शामिल
पुलिस भी लगा रही जी-जान, कोरोना वॉरियर्स में हो शामिल
सामाजिक दूरी बनाना भी नहीं हो रहा संभव
रोज लोगों को पकड़ रही और बॉर्डर पर रोक रही भीड़
धौलपुर. कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच पुलिस में भी अब कोरोना वॉरियर्स के तहत पचास लाख रुपए का बीमा करने की मांग उठने लगी है। पुलिस भी चिकित्सकों की भांति आम लोगों के सम्पर्क में रह रही है। इस दौरान वे लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे लोगों की धरपकड़ कर रही है तो, दूसरे प्रदेशों से आ रहे लोगों को बॉर्डर पर रोकने के लिए मशक्कत कर रही है। इतना ही नहीं दिन-रात सड़कों पर घूमने के दौरान भी पुलिसकर्मी कई बार लोगों को छूते हैं। साथ ही सड़कों से भी पकड़ कर घरों के अंदर भेजते हैं। वहीं कोरोना संदिग्ध के भाग जाने पर भी पुलिस उसे पकड़कर अपने साथ लेकर आती है। ऐसे में पुलिसकर्मियों की जान को जोखिम बना हुआ है। इसके चलते अब पुलिसकर्मियों को भी कोरोना वॉरियर्स में शामिल करते हुए पचास लाख रुपए बीमा कराने की बात कही है।
पुलिस के लिए संभव नहीं सामाजिक दूरी
सुरक्षा व्यवस्था तथा लॉकडाउन का पालन करा रही पुलिसकर्मियों के लिए लोगों से सामाजिक दूरी बनाना भी संभव नहीं हो पा रहा है। हालांकि पुलिसकर्मी प्रयास पूरे कर रहे हैं, लेकिन कानून व्यवस्था को देखते हुए यह संभव नहीं हो पा रहा है। पुलिसकर्मियों को चिकित्सालयो में भी लोगों की भीड़ कम करने के लिए जाना पड़ता है। ऐसे में वे कई बार मरीजों को हाथों से दूर करते दिखाई देते हैं। वहीं गश्त के दौरान भी एक ही जीप में कई पुलिसकर्मी बैठकर जाते हैं। जिससे पर्याप्त दूरी संभव ही नहीं हो पाती है।
इसके अलावा वर्तमान में जिले में दो प्रदेशों की सीमाओं जमा पलायन करने वाले लोगों की भीड़ को भी रोकने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में अगर एक भी पुलिसकर्मी चपेट में आ गया तो बहुत बड़ा संकट खड़ा जाएगा।
इनका कहना है
निश्चित तौर पर पुलिस स्वयं को बचाते हुए कठिन परिस्थितियों में काम कर रही है। अगर पुलिसकर्मियों को भी पचास लाख का बीमा दिया जाता है, यह अच्छी पहल होगी। इसके लिए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।
मृदुल कच्छावा, पुलिस अधीक्षक, धौलपुर।