मामला कुछ यूं है कि एक प्राइवेट ट्यूशन शिक्षक एक 13 वर्षीय नाबालिग बालिका को पढ़ाने के उसके घर गया। उस समय बालिका के माता पिता घर पर मौजूद नहीं थे। इस दौरान शिक्षक नाबालिग को बहला फुसलाकर अपने घर ले गया और उसे बंधक बना लिया। बालिका के घर नहीं पहुंचने से परिजन चिंतित हो गए। बसेड़ी पुलिस को सूचना दी जिस पर पुलिस ने सूचना मिलने के बाद बालिका को आरोपी के घर से एक कोठरी से दस्तयाब किया।
थाना प्रभारी गंगा सहाय मीणा ने बताया कि पीड़िता के पिता की ओर से पुलिस में दी तहरीर में आरोप लगाया है कि थाना इलाके के एक युवक जो कि नाबालिग को ट्यूशन पढ़ाने उसके घर जाता था। लेकिन शुक्रवार को माता पिता के घर नही होने के चलते और बदनीयत के चलते शिक्षक ने नाबालिग को बहला फुसलाकर शाम 3.30 बजे घर ले गया और अपने घर ले जाकर एक अंधेरी कोठरी में बंद कर दिया। जब 4 घंटे तक नाबालिग घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने ततपरता दिखाते हुए बालिका की तलाश शुरू कर दी। रात करीब 9 बजे के बाद नाबालिग को आरोपी के घर से बंद कोठरी में से पुलिस ने बालिका को दस्तयाब कर लिया था, लेकिन आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर चल रहा था।
घर पर नहीं थे बालिका के माता-पिता
बालिका के घर पर जब ट्यूशन शिक्षक पढ़ाने गया तब उस समय घर पर माता-पिता नहीं थे। बालिका की माता बाड़ी गई हुई थी तो वही पिता दुकान पर थे। जिससे शिक्षक को पूरी जानकारी लगने के बाद बालिका और उसके भाई से उसी दिन दुबारा ट्यूशन कराने की बात कही।
बालिका के घर पर जब ट्यूशन शिक्षक पढ़ाने गया तब उस समय घर पर माता-पिता नहीं थे। बालिका की माता बाड़ी गई हुई थी तो वही पिता दुकान पर थे। जिससे शिक्षक को पूरी जानकारी लगने के बाद बालिका और उसके भाई से उसी दिन दुबारा ट्यूशन कराने की बात कही।
जब बालिका शाम करीब 3:30 बजे बाजार गई तब रास्ते से ही ट्यूशन शिक्षक उसे बहला-फुसलाकर घर ले गया। परिजनों के घर आने पर बालिका की खोज की गई लेकिन कहीं भी नहीं मिलने पर परिजन चिंतित हो गए। तब जाकर बालिका के भाई ने ट्यूशन समय मे शिक्षक द्वारा कही गई बात को अपने परिजनों को बताया। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी।