साथी की अंगुली पर भी लगेगी स्याही यदि मतदान के समय कोई दृष्टिहीन हो या किसी अन्य कारण से अकेले मतदान करने में सक्षम नहीं हो तो ऐसी स्थिति में किसी सहयोगी की सहायता से मतदान करने की अनुमति होगी। मतदाता की बाएं हाथ की अंगुली तथा सहयोगी की दाहिने हाथ की अंगुली पर स्याही लगाई जाएगी। यह जरूरी है कि एक व्यक्ति व महिला अधिकतम एक ही मतदान का सहयोगी बन सकता है।
खराब होने पर बदली जा सकेगी वीवीपैट इस बार के विधानसभा चुनाव में एक और बदलाव किया गया है कि मतदान के समय वीवीपैट मशीन खराब हो जाती है तो ऐसी स्थिति में वीवीपैट मशीन को ही बदला जा सकेगा ना कि टूसरे सेट को, पहले के चुनावों में वीवीपैट मशीन खराब होने पर पूरे सेट को बदला जाता था। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। इसके उलट मतदान के समय ईवीएम मशीन खराब होती है तो उस समय में पूरा सेट बदला जाएगा। पूरा सेट बदले जाने के बाद एक-एक वोट डालकर मॉक पोल दोबारा किया जाएगा।
सुबह ५.३० बजे के बाद शुरू होगा मॉक पोल बीते दो दिन बाद 25 नवंबर को मतदान प्रक्रिया के दौरान वास्तविक मतदान से 90 मिनट पहले मॉक पोल कराया जाएगा। इस बार वास्तविक मतदान का समय सुबह 7 बजे शुरू होने के कारण मॉक पोल सुबह ५.३० बजे शुरू हो जाएगा। मॉक पोल की प्रक्रिया के दौरान मतदान दल विभन्न प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंट के सामने मॉक पोल की प्रक्रिया सम्पन्न कराई जाएगी। इस प्रक्रिया में पॉलिंग एजेंट के सामने ईवीएम में सभी प्रत्याशियों को सम्मान संख्या में वोट दिए जाएंगे। इन वोटों की संख्या न्यूनतम 50 होगी। लेकिन अधिकतम संख्या की कोई सीमा नहीं होगी। सारे वोट डाले जाने के बाद मतदान दल पोलिंग एजेंट के सामने इन वोटों की गिनती कर दिखाएंगे। जिन-जिन प्रत्याशी को जितने वोट डाले गए हैं उतने ही वोटों की गिनती कर दिखाई जाएगी। वहीं वीवीपैट में गिरने वाली पर्चियों की काउंटिग भी पोलिंग एजेंट्स के सामने कर दिखाई जाएगी। वीवीपैट सहित मशीनों से सभी मॉक पोल के आंकड़ों को हटा दिया जाएगा। इसके बाद 7 बजे से आम जनता वास्तविक मतदान करने में भाग ले सकेंगे। मॉक पोल के निर्धारित समय पर पोलिंग एजेंट्स बूथ पर नहीं पहुंचता है तो 15 मिनट तक उसका इंतजार किया जाएगा और उसके बाद मॉक पोल शुरू होगा।