scriptपहरेदारी के नाम पर शून्य, कहीं एटीएम मशीनों पर गार्ड नहीं तो कहीं मिले शटर डाउन | Zero in the name of guarding, if there is no guard on ATM machines, th | Patrika News
धौलपुर

पहरेदारी के नाम पर शून्य, कहीं एटीएम मशीनों पर गार्ड नहीं तो कहीं मिले शटर डाउन

धौलपुर. शहर में रात के समय एटीएम की सुरक्षा राम भरोसे बनी हुई है। एटीएम मशीनों पर सुरक्षा गार्ड नहीं होने से यहां वारदात होने की आशंका रहती है। पत्रिका ने रविवार रात शहर के विभिन्न स्थानों पर लगी एटीएम मशीनों का जायजा लिया तो कई स्थानों पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं दिखे।

धौलपुरAug 28, 2023 / 05:53 pm

Naresh

Zero in the name of guarding, if there is no guard on ATM machines, then shutter down is found

पहरेदारी के नाम पर शून्य, कहीं एटीएम मशीनों पर गार्ड नहीं तो कहीं मिले शटर डाउन

धौलपुर. शहर में रात के समय एटीएम की सुरक्षा राम भरोसे बनी हुई है। एटीएम मशीनों पर सुरक्षा गार्ड नहीं होने से यहां वारदात होने की आशंका रहती है। पत्रिका ने रविवार रात शहर के विभिन्न स्थानों पर लगी एटीएम मशीनों का जायजा लिया तो कई स्थानों पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं दिखे। लाखों रुपए कैश वाली मशीनें लावारिस हाल में दिखीं। कुछ स्थानों पर तो शटर ही डाउन मिले।
एटीएम बंद होने से यहां आवश्यक नकदी निकालने पहुंच रहे लोग इधर-उधर दौड़ लगाते हुए दिखे। उधर, बैंक प्रबंधन भी एटीएम मशीनों को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं दिखा। इनका कहना है कि सुरक्षा इंतजाम एजेंसियों को सौंप रखा है। वह केवल कैश पहुंचाने की व्यवस्था करते हैं। गौरतलब रहे कि शहर में विभिन्न बैंकों के लगभग 30 एटीएम हैं। इसके साथ ही 20 बैंकों की शाखा संचालित हैं। जो शहर के मुख्य मार्ग से लेकर कई बाजार में लगे हुए हं। एटीएम की सुरक्षा के कितने प्रबंध है यही जानने के लिए पत्रिका टीम ने रविवार रात शहर के विभिन्न एटीएम पर जाकर जायजा लिया। जिसमें सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पोल खोलकर रख दी। उधर, सरकार व बैंको का दावा है कि ग्राहक एटीएम पर 24 घंटे राशि निकाल सकते हैं लेकिन यहां उसके उलट दिखा।
सुरक्षा गार्ड न होने से बढ़ रहे ठगी के मामले

एटीएम में सुरक्षा गार्ड न होने के कारण ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। एटीएम से पैसे निकालने के अनजान लोग ठगों का शिकार हो रहे हैं। इस तरह का धंधा करने वाले लोग एटीएम के आसपास बैठे रहते हैं। जैसे ही कोई अनजान व्यक्ति आता है तो सहायता करने के बहाने एटीएम कार्ड बदल लेते हैं और इसके बाद दूसरे एटीएम में जाकर पैसे निकाल लेते हैं। ऐसा ही मामला पिछले दिनों एक सामने आया था। एक शिक्षक के एटीएम से पैसे न निकलने पर उसके एटीएम में लगा हैल्पलाइन नम्बर पर फोन किया तो उससे जानकारी लेकर 70 हजार रुपए खाते से कट गए थे।
——–

केस- 1

पत्रिका टीम ने रविवार रात शहर में विभिन्न स्थानों पर जाकर जायजा लिया तो कहचरी रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में रात 10.30 बजे कोई गार्ड सुरक्षा के लिए नहीं मिला। लग रहा था कि ग्राहक ही अपनी नकदी की सुरक्षा खुद ही करे। जबकि यह इलाका रात में सूनसान हो जाता है।
केस-2

शहर के रेलवे मार्ग पर स्थित कैनरा बैंक के एटीएम पर रात 10.50 पर देखा तो एटीएम केबिन पर शटर व ताला लगा हुआ था। जिससे एटीएम से पैसे निकालने वाले वापस लौट रहे थे। जबकि यह शहर का मुख्य स्थान है। यह रास्ता कोर्ट कैम्पस को जाता है।
केस-3

इसी तरह जगदीश तिराहा स्थित एचडीएफसी बैंक के एटीएम पर रात 11.15 पर कोई गार्ड नहीं मिला। यहां भी सुरक्षा राम भरोसे दिखी। जिससे यहां पर रात के समय पैसे निकालने से भी लोग कतराते दिखे। रात में कुछ वाहन गुजरते हुए दिखे।
केस-4

शहर के निहालगंज थाने के पास पीएनबी का एटीएम 11.40 पर बंद था। जिसका शटर लगा हुआ था। जिससे यहां से नकदी निकालने आने वाले ग्राहक वापस हो रहे थे। जबकि यहां पास में ही निहालगंज थाना है। पुलिस सुरक्षा होने के बाद भी एटीएम बंद था।
– सुरक्षा को देखते हुए कुछ प्रमुख स्थानों पर एटीएम खुले रहते है। जहां एटीएम से राशि निकाली जा सकती है। वहीं, कुछ रिक्स वाले स्थानों पर एटीएम को रात्रि में बंद कर दिया जाता है। बैंको के बाहर लगें एटीएम को शाखा प्रबंधक पर निर्भर करता है कि वह कितने गार्ड लगाते हंै।
– मंगेश कुमार, एलडीएम, पीएनबी धौलपुर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो