scriptसमर सीजन : शरीर का बल कम होता, पाचन शक्ति भी घटती है | In summer the force of the body decreases, digestion power also decrea | Patrika News
डाइट फिटनेस

समर सीजन : शरीर का बल कम होता, पाचन शक्ति भी घटती है

गर्मी में तापमान बढऩे से शरीर में पित्त की प्रबलता होती है। शरीर का बल कम होता है। पाचन शक्ति भी घटती है। इसलिये शरीर के बल व पाचन तंत्र के अनुसार आहार-विहार का नियमानुसार पालन करना आवश्यक है ।

जयपुरApr 12, 2019 / 05:48 pm

Ramesh Singh

summer

गर्मियों में शरीर का बल कम होता, पाचन शक्ति भी घटती है

आयुर्वेद के अनुसार ग्रीष्मकाल में समस्त प्राणियों का शारीरिक व मानसिक बल घट जाता है। वसन्त ऋतु जाने के साथ ही वातावरण तेजी से बदलता है। तेज गर्मी पड़ती है। फाल्गुन और चैत्र मास से वसन्त व ग्रीष्म ऋतु उत्तरायण काल के अन्तर्गत आते हैं। इस दौरान सूरज की किरणें पृथ्वी पर पडऩे लगती हैं। धूप में तेजी से लू व तापघात का खतरा बढ़ता है।
रेशेदार और रस वाली चीजें ज्यादा लाभकारी
इस ऋतु में दिन लंबे व रातें छोटी होती हैं। सूर्य की तेज किरणें पृथ्वी के स्नेहांश और द्रवांश को अपनी तरफ खींच लेती हैं। दक्षिण दिशा से वायु बहती है। चारों दिशाओं से कष्टदायी हवाएं चलती हैं। ऐसे में रेशेदार व रसयुक्त चीजों का सेवन स्वास्थ्य के लिए ज्यादा लाभकारी होता है।
जानिए आहार-विहार के सिद्धांत
जोआहार पचने में हल्का हो, मीठा, स्निग्ध (घी व तेल से बने खाद्य पदार्थ) शीतल पदार्थ और ताजे भोजन का प्रयोग करना चाहिए। एक साल पुराने चावल, गेहंू की रोटी दलिया, सत्तू, मूंग दाल, मसूर दाल, गाय के दूध का प्रयोग करना चाहिए।

क्या है पथ्य आहार
गाय का दूध-दही, छाछ, श्रीखण्ड, नींबू, चंदन और फ ाल्से का शर्बत, गन्ने का रस, नारियल पानी, शहद मिश्रित जल, फू्रट शेक, तरबूज, खरबूज व जलजीरा का प्रयोग करना चाहिए। ये पथ्य आहार हैं।

अपथ्य आहार
चाय, काफी, शराब से दूरी रखें। मिर्च-मसालेदार, तैलीय खानपान से बचें। बासी खाना, प्रोसेस्ड, डिब्बा बन्द व मांसाहार खाद्य पदार्थ न खाएं। इस तरह के आहार पित्तवद्र्धक होते हैं।

जंकफूड देर से पचता है, पोषक तत्व भी कम मिलते
मैदा, बेसन युक्त चीजें देर से पचती हैं। स्ट्रीट फूड, जंकफूड, चाट, पिज्जा, बर्गर न खाएं। इनमें अधिक कैलोरी, ट्रांसफैट के साथ पोषक तत्व बहुत कम मिलते हैं। ये ताकत की बजाय आलस्य व थकान बढ़ाते हैं।

सूर्योदय से पहले बिस्तर छोड़ दें
सूर्योदय से पहले बिस्तर छोड़ दें। उषापान (गुनगुना पानी) करें। शीतल जल से दिन में दो बार स्नान से त्वचा की आद्र्रता बनी रहती है।
शरीर में बढ़ते हैं विकार
पित्त व वात दोष बढऩे से बीमारियां बढ़ती हैं। शरीर का बल व पाचन शक्ति कमजोर होती है। पसीना, त्वचा में रूखापन, कमजोरी, भूख-प्यास कम होना, लू , दस्त, हरारत, नकसीर, जलन की समस्या होती है।
दिन में एक प्रहर नींद लें
पैदल चलें। हल्का व्यायाम व चंदन, नारियल तेल से मालिश करें। ऊर्जा व स्फूर्ति मिलेगी। दिन में एक प्रहर (45 मिनट) नींद लें। क्षमतानुसार ही परिश्रम करें। प्यासे न रहें।
– डॉ. आदर्श वाजपेयी, वरिष्ठ फिजिशियन, भोपाल
– डॉ. काशीनाथ समगण्डी, आयुर्वेद एवं योग विशेषज्ञ, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर

Home / Health / Diet Fitness / समर सीजन : शरीर का बल कम होता, पाचन शक्ति भी घटती है

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो