गुड़ वाली चाय के नुकसान
आयुर्वेद में गुड़ को औषधिय गुणों की खान माना जाता है, लेकिन जब ये दूध के साथ मिलता है तो इसके सारे ही गुण खत्म हो जाते है। दूध और गुड़ की तासीर अलग-अलग होती है। इससेपाचन शक्ति को कमजोर होती है और अपच, गैस, एसिडिटी जैसी पेट की समस्याएं हो सकती हैं।
आयुर्वेद में गुड़ को औषधिय गुणों की खान माना जाता है, लेकिन जब ये दूध के साथ मिलता है तो इसके सारे ही गुण खत्म हो जाते है। दूध और गुड़ की तासीर अलग-अलग होती है। इससेपाचन शक्ति को कमजोर होती है और अपच, गैस, एसिडिटी जैसी पेट की समस्याएं हो सकती हैं।
चाय में गुड़ की जगह मिश्री का करें इस्तेमाल
गुड़ में विटामिन, फॉस्फोरस,आयर, मैग्नीशियम और पोटेशियम पाया जाता है। लेकिन चाय में इसे मिलाकर नहीं पीना चाहिए। चाय में आप चीनी के बदले मिश्री का इस्तेमाल कर सकते हैं।मिश्री दूध की तरह ही ठंडी होती है, इससे वीर्य में कोई अंतर नहीं आता।
गुड़ में विटामिन, फॉस्फोरस,आयर, मैग्नीशियम और पोटेशियम पाया जाता है। लेकिन चाय में इसे मिलाकर नहीं पीना चाहिए। चाय में आप चीनी के बदले मिश्री का इस्तेमाल कर सकते हैं।मिश्री दूध की तरह ही ठंडी होती है, इससे वीर्य में कोई अंतर नहीं आता।
खाली पेट गुड़ खाना सेहत के लिए फायदेमंद
बल्ड शुगर की समस्या वालों को गुड़ खाना जरूरी नहीं होता है। लेकिन जिसे बीपी की परेशानी हो उन्हें गुड़ खाना चाहिए। गुड़ आपके हीमोग्लोबिन लेबल को बढ़ाता है। वहीं मेटाबॉलिज्म रेट को मजबूत बनाने के लिए आप खाली पेट पानी के साथ गुड़ का सेवन कर सकती हैं। अगर आपको कब्ज की बीमारी है तो सुबह खाली पेट पानी के साथ गुड़ खाना फायदेमंद होता है। यह बॉडी को डिटॉक्स करने का काम करता है
बल्ड शुगर की समस्या वालों को गुड़ खाना जरूरी नहीं होता है। लेकिन जिसे बीपी की परेशानी हो उन्हें गुड़ खाना चाहिए। गुड़ आपके हीमोग्लोबिन लेबल को बढ़ाता है। वहीं मेटाबॉलिज्म रेट को मजबूत बनाने के लिए आप खाली पेट पानी के साथ गुड़ का सेवन कर सकती हैं। अगर आपको कब्ज की बीमारी है तो सुबह खाली पेट पानी के साथ गुड़ खाना फायदेमंद होता है। यह बॉडी को डिटॉक्स करने का काम करता है
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। 'पत्रिका' इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।