त्वचा पर कील-मुहांसे, घमौरी, खराश, जलन आदि के लिए पुदीने का प्रयोग करें। इसमें मौजूद एंटीसेप्टिक तत्त्वों के कारण यह नेचुरल क्लींजर का काम करता है। इसके ताजे पत्तों को पीसकर प्रभावित स्थान पर लगाने से आराम मिलता है।
पुदीने के पत्तों को मिश्री के साथ बारीक पीसकर खाने से पेटदर्द में लाभ होता है। हाजमा :
इसके पत्तों के साथ कालीमिर्च, हींग, जीरा व सेंधा नमक की चटनी बनाकर रोजाना खाने से बदहजमी की शिकायत दूर होती है। साथ ही भूख भी बढ़ती है।
बुखार होने की स्थिति में पुदीना के पत्तों का ताजा रस निकालकर तुलसी की पत्तियों के साथ उबाल लें व काढ़े के रूप में पीएं।