अंगूर : मधुमेह के एक अहम कारक मैटाबॉलिक सिंड्रोम के जोखिम से बचाता है।
संतरा : रोज खाने से विटामिन-सी की मात्रा बढ़ती है और मधुमेह सही होने में मदद मिलती है।
डायबिटीज मरीजों के लिए सेब काफी अच्छा फल हैं। एक स्टडी के अनुसार, सेब में ऐसा एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है। वहीं हार्वर्ड यूनिवर्सिटी स्टडी के मुताबिक, यह टाइप2 डायबिटीज से बचाए रखता है। सेब में जीआई की मात्रा कम होती है और विटामिन ए, कैल्शियम और आयरन से भरपूर होता हैं।
जब आप कुछ मीठा खाना पसंद करते हैं तो ब्लूबेरी, रस बेरी और क्रैनबेरी जैसे फल आपके लिए सही हैं। ब्लूबेरी में हार्ट-हैल्दी फ्लैवोनोइड्स, फाइबर और एंथोकाइनिन होते जैसे तत्व होते हैं, जो टाइप 2 डायबिटीज से बचाए रखते है। वहीं रस बेरी में विटामिन C, फाइबर, एंथोकाइनिन और एलाजिक एसिड होते हैं, जो इंसुलिन और ब्लड शुगर लेवल को कम करते हैं।
अक्सर डायबिटीज मरीजों को स्ट्रॉक और हार्ट अटैक आने का खतरा बना रहता है। ऐसे में एवोकैडो शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखता है और हार्ट की प्रॉबल्म से बचाए रखता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन के एक अध्ययन में पाया गया कि एवोकैडो में अच्छी वसा होती है, जो टाइप2 डायबिटीज को बढ़ाने की संभावना 25 प्रतिशत कम करती है।
आप इसे एक सब्जी की तरह खा सकते हैं, लेकिन तकनीकि रूप से टमाटर भी एक फल हैं, जो डायबिटीज में काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें न केवल विटामिनC और A बल्कि पोटैशियम और हार्ट-हैल्दी एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं। टमाटर में कार्बोस में भी कम होता है। एक कप टमाटर में केवल में 32 कैलोरी होती है।
खरबूजा और तरबूज दोनों विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट जैसे पोषक तत्वों में समृद्ध होते हैं और कैलोरी भरपूर फूड्स के बिना ही भूख को संतुष्ट रखते हैं। खरबूजे में विटामिनA भी होता है, जो आंखों को हैल्दी और डायबिटीज से संबंधित रेटिनोपैथी को मेंटेन रखता है।