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डिंडोरी

खेत के रास्ते से भविष्य संवारने जाते हैं बच्चे

छ: सौ मीटर कीचड भरे रास्ते से गुजरकर पहुंचते है स्कूल

डिंडोरीJul 07, 2019 / 09:49 pm

Rajkumar yadav

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The flight is not halted, the fun of the officials

शहपुरा. प्रदेश सरकार बच्चों को पढ़ाई वा अच्छी सुविधा मुहैया कराने की बात हमेसा कहती है पर जमीनी स्तर पर छात्र आज भी सुविधाओं से वंचित है। ऐसी ही स्थिति जिले के विकासखंड मेंहदवानी मुख्यालय संचालित हायर सेकण्ड्री मॉडल स्कूल वा कन्या हायर सेकण्ड्री स्कूल का हैै। यहां बच्चे अपना भविष्य बनाने खेत के रास्ते से होते हुए स्कूल पहुंचने के लिए मजबूर हैं। आए दिन बच्चे गहरे कीचड़ की वजह से स्कूल जाते समय गिर जाते है। जिससे उन्हें आधे रास्ते से ही घर लौटकर जाना पड़ता है। जिससे बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। हैरत की बात तो ये है कि इसकी जानकारी जिले के उच्च अधिकारी को होने के बाद भी आज दिनांक तक इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। जिससे बच्चे वा शिक्षको को हर रोज दिक्कत का सामना करना पड़ता है औऱ जबाबदार खामोस तमासबीन बने बैठे हैं ।
नहीं बनवाया गया रास्ता
मेंहदवानी मुख्यालय में पहले से बने हुए भवन कम पडने के कारण पिछली सरकार के द्वारा माडल स्कूल व कन्या हायर सेकण्ड्री स्कूल का नया भवन मुख्य मार्ग से करीब छ: सौ मीटर अंदर बनवाया था। विडम्बना यह है कि वहंा तक पहुंच मार्ग नहीं बनवाया गया। बताया जा रहा है कि स्कूल व मुख्य मार्ग के बीच कुछ प्राईवेट जमीन पडती है। जिसके कारण हर वर्ष छात्र-छात्राओ को अपना भविष्य बनाने के लिए प्रतिदिन बरसात के मौसम में घुटने तक कीचड भरे खेतो के रास्ते से जाना पडता है। ग्रामीणो की माने तो इस स्कूल का शुभारंभ तीन साल पहले हो गया था और अभी तक यहां तक पहुंच मार्ग नहीं बनवाया जा सका है। जिसके कारण बच्चो को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है। कीचड युक्त रास्ता होने से शिक्षक भी काफी परेशान हैं वही इस मामले को कई बार स्थानीय ग्रामीणो ने उच्चाधिकारियो के पास भी रखा है। इसके बाद भी किसी के द्वारा पहल नहीं की गई। जिसके कारण पिछले पांच दिनो से हो रही बारिश के कारण फिर वही हालात सामने आकर खडे हो गये है। वर्तमान सत्र की बात करे तो करीब एक हजार छात्र छात्राएं इन दोनो स्कूल में अध्यनरत है। पूरे बारिश के मौसम में गिरते पड़ते सकूल जाते है। इसके बाद भी स्थानीय प्रसाशन और जिला प्रसाशन ने इस समस्या को लेकर कोई पहल अभी तक नहीं की है।
बना रहता है खतरा
जिस तरह से सैकड़ो छात्र कीचड़ व दल-दल के बीच से गुजरकर विद्यालय पहुंचते हैं उससे नित नए खतरे बने रहते हैं। छात्रों के दल-दल में फंसकर गिरने की आशंका हमेसा बनी रहती है। इसके अलावा खेतो में जल-भराव होने की स्थिति में जलीय जीव जुतुओं का खतरा भी बना रहता है। कब कौन सा हादसा हो जाए कहा नहीं जा सकता है। इसके बाद भी शिक्षा विभाग व प्रशासनिक अमला इसे लेकर गंभीरता नहीं बरता रहा है।
इनका कहना है
स्कूल के रास्ते के लिए मुझे बताया गया है मै अभी भोपाल में हूं यहां से वापस आकर जिला प्रसाशन से बात कर जल्द से जल्द समस्या को सुलझाने का प्रयास करूंगा।
भूपेन्द्र मरावी, विधायक शहपुरा
इस पूरे मामले को विधायक को बताया गया है। उनके द्वारा आश्वासन दिया गया है कि जल्द ही उच्चाधिकारियो से बात कर कोई ना कोई हल निकालेंगे। जिससे कि छात्र छात्राओं को हो रही परेशानी से निजात मिल सके।
मुस्ताक खान, ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मेंहदवानी
रास्ते की समस्या को लेकर उच्चाधिकारियो को अवगत करा दिया गया है। कीचड़ भरे रास्ते से बहुत ही परेशानी होती है।
लाल सिंह उद्दे, प्राचार्य माडल स्कूल मेंहदवानी

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