यह है पूरा मामला
नगर की संजीवनी संस्था के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, हरीश राय व शिव शक्ति समिति के राजू गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि लगभग चार दिन पहले सरजू सिंह सैयाम निवासी मगरटगर ने अपनी बेटी चमेली को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शहपुरा में भर्ती करवाया गया जहां पर रक्तजांच के बाद खून की कमी बताई गई थी जिसके बी पोजिटिव रक्त चढाया गया व डांक्टर ने रक्त चढाने के बदले में तीन हजार रूपये लिए साथ बताया कि उनके द्वारा हमेशा ही जरूरतमंदो के लिए शिविर लगाकर रक्तदान किया जाता है पर स्वास्थ्य केन्द्र शहपुरा में पदस्थ डाक्टर के द्वारा खून के बदले में पैसे लिए गये जो कि गलत है। इसकी शिकायत हमारे द्वारा की गई है साथ ही मांग की गई है कि हमारे द्वारा दिया गया रक्त को हमे वापस किया जाए हम इस रक्त को कहीं और सरकारी अस्पताल में दे देंगे। हमारे द्वारा कभी यहां पर रक्त दान नहीं किया जावेगा। इस पूरे मामले में प्रभारी बीएमओ डाक्टर अमित जैन से बात की गई तो उन्होन बताया कि पीडित के द्वारा शिकायत की गई मामले में जांच कर कार्यवाही की जावेगी।
आरोप निराधार
चिकित्सक सतेन्द्र परस्ते ने बताया कि मेरे द्वारा किसी भी मरीज से पैसा नहीं लिया गया है। मेरी क्लिीनिक पर 11 मार्च को शिकायतकर्ता आये थे। उन्हें खून की कमी की शिकायत थी। मैने कहा था कि एक दिन रूक जायें कल कैंप लगेगा जिसमें उन्हें खून उपलब्ध हो जायेगा अन्यथा प्राईवेट तौर पर तीन हजार रूपये लगेंगे। मरीज के परिजन रूक गये और 12 तारीख को रक्त उपलब्ध हो गया लेकिन शाम हो जाने के कारण मरीज को रक्त नहीं चढ पाया। जिसके बाद 13 मार्च को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नि:शुल्क रक्त चढाया गया। जो भी आरोप लगाये जा रहे हैं वह निराधार हैं।