छात्रावास प्रबंधन को बचाने में जुटा विभागीय अमला
डिंडोरी•Jul 19, 2019 / 10:53 pm•
ayazuddin siddiqui
नाबालिग की जिम्मेदारों ने नहीं ली सुध
डिंडोरी. बेशक क्षेत्रीय विधायक ने राज्य में नई सरकार का गठन होने के बाद मंत्री पद संभालते ही प्रदेश के छात्रावासों का औचक निरीक्षण कर सुर्खियाँ बटोरी हों ,लेकिन उनके ग्रह जिले में ही स्कूलों और छात्रावासों के हाल बेहाल हैं। शिक्षा को लेकर समानता के अधिकार की बात करने वाले और छात्रावासों के सुधार में एक्शन मोड में नजर आए मंत्री जी जिले को लेकर कितने सजग हैं इस बात का अंदाजा विकास खंड बजाग के कन्या छात्रावास से तीन दिनों तक गायब रहने वाली नाबालिग के मामले से लगाया जा सकता है।जिसमें खबर प्रकाशन के बावजूद कोई भी जिम्मेदार अधिकारी उक्त मामले में नाबालिग की सुध लेने अब तलक नही पहुँचा।और ना ही इस बेहद संवेदनशील और गंभीर मामले को लेकर कोई ठोस कार्यवाही की गई।
कागजी खानापूर्ति
यहां जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े होते हैं। खासकर लापरवाह छात्रावास अधीक्षिका और विकासखंड शिक्षा अधिकारी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। सब कुछ जानते समझते हुए भी इन्होने मामले को जिले के जिम्मेदार अधिकारियों के संज्ञान में लाना उचित नहीं समझा। इसके अलावा सहायक आयुक्त जिनको भी जानकारी प्राप्त हुये तीन दिन हो चुके हैं,उन्होने भी अब तलक इस पूरे मामले में कोई उचित कार्यवाही नहीं कि है। बल्कि उक्त मामले में जब मीडिया कर्मी के पास पहुंचे तो पता चला कि संबंधित मामले में छात्रावास अधिक्षिका और विकासखंड शिक्षा अधिकारी को पत्राचार किया जा रहा है।
इनका कहना है
मामला मीडिया के माध्यम से मेरे संज्ञान में आया है,जिस पर संबंधितों को पत्राचार किया गया है।स्थिति स्पष्ट होते ही लापरवाही बरतने वालों पर कार्यवाही की जायेगी और शीघ्र ही कन्या छात्रावास का निरीक्षण किया जायेगा।
डॉ अमर सिंह उइके, सहायक आयुक्त