मां नर्मदा संरक्षण के लिए समर्थ भैयाजी ने लिया आजीवन निराहार रहने का संकल्प
डिंडोरी•Oct 14, 2021 / 12:31 pm•
shubham singh
Mother Narmada’s concern, said – sand mining and encroachment is a big threat
डिंडोरी. मां नर्मदा समर्थ मिशन के संस्थापक समर्थ भैयाजी सरकार बुधवार को डिंडोरी पहुंचे। उन्होंने डेमघाट पर मीडिया से मां नर्मदा संरक्षण और अपने संकल्प को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होने जिले में मां रेवा की स्थिति पर चिंता जताई। कहा कि कोरोना से जनित हालातों के बाद तो हमारे पास नर्मदा जी को बचाने के अलावा कोई विकल्प भी नहीं है। आइए, हम सब एकजुट हों और मां की रक्षा का संकल्प लें। जिम्मेदार बनें, जागरूक हों और आवाज़ उठाएं। सरकार को जगाएं। भैयाजी सरकार ने बताया कि उन्होंने नर्मदा मिशन के लिए आजीवन निराहार रहने का संकल्प लिया है। निराहार रहते बुधवार को 363 दिन पूरे हो गए। अब या तो समाधान या समाधि। उन्होंने रेत खनन और तटों पर अतिक्रमण को मां रेवा के लिए बड़ा खतरा बताया। नगर के आरटीआई एक्टिविस्ट वीरेंद्र केशवानी के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार ने डूब क्षेत्र से 300 मीटर की सीमा में कोई भी निर्माण कार्य न करने के आदेश दिए हैं। यह दायरा नर्मदा जी का हरित क्षेत्र कहलाता है। इसे अतिक्रमण से नष्ट न करें। मां का जल ब्रह्मांड का सबसे शक्तिशाली तत्व है। इस अनमोल तत्व की सुरक्षा ही जीवन का ध्येय है। बाड़ी बरेली में घाटों की नीलामी के खिलाफ जनांदोलन का उदाहरण देते हुए भैयाजी सरकार ने कहा, वहां चार गांव के लोगों ने बेमिसाल एकजुटता दिखाई और सरकार को नीलामी रोकना पड़ी। नर्मदा संरक्षण के लिए यही जोर डिंडोरी के भक्त लगाएं।
मां नर्मदा का संरक्षण सामाजिक मुद्दा
भैयाजी सरकार ने कहा कि मां रेवा का जलस्तर लगातार कम हो रहा है। यह गंभीर विषय है। इस दिशा में राजनीतिक से ज़्यादा सामाजिक प्रयास की ज़रूरत है। प्रशासन राजनीति से परे होकर योजनाओं का क्रियान्वयन कराए। जितना नुकसान होना था, हो गया अब और मत होने दीजिए। भैयाजी सरकार ने कहा कि मिशन के लिए सरकार से लगातार बात हो रही है। आम जनता सहित संत समाज का आगे आना भी ज़रूरी है। आस्था जगाएं और मां को बचाएं।
शुरू करेंगे परिक्रमा एवं शुद्धिकरण यात्रा
भैयाजी सरकार ने बताया कि वह दीवाली के बाद मां नर्मदा परिक्रमा एवं शुद्धिकरण यात्रा करेंगे। इस दौरान नदी किनारे बसे क्षेत्रों के नागरिकों से मिलकर उन्हें जनांदोलन के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी काम अपनी जगह हैं। लेकिन स्थानीय स्तर पर भी प्रयास तेज किए जाएं। मां नर्मदा में मिलने वाले नालों के निस्तारण के लिए ट्रीटमेंट प्लांट की सख्त जरूरत है। अवैध रेत उत्खनन पर लगाम लगना चाहिए।