सीएसएल के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी एंड्रयू नैश ने कहा, “हम इस मैनुफैक्चरिंग एक्टविटी को रिस्क के साथ कर रहे हैं और साथ ही साथ क्लीनिकल ट्रायल पर भी ध्यान दे रहे हैं।”
यह उम्मीद की जा रही है कि हर व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन की दो खुराक लेने की जरूरत होगी, जिसका मतलब है कि इसे प्रभावी ढंग से 1.5 करोड़ लोगों तक पहुंचाया जा सकता है। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के सरकारी नियामक प्राधिकरण, चिकित्सीय सामान प्रशासन (टीजीए) द्वारा अनुमोदित हुए बगैर वैक्सीन का उपयोग नहीं किया जा सकता।