त्वचा पर खुजली, लाल चकत्ते, गले, मुंह के भीतरी हिस्से और आंखों में लालिमा, दर्द, जलन। कई बार पानी भरे फफोले या दाने भी उभर आते हैं। कुछ लोगों को सांस लेने में तकलीफ, और कभी-कभी शरीर की ऐसी स्थिति हो जाती है, जैसे मरीज आग में जल गया हो। इससे मरीज की जान भी जा सकती है।
एलर्जी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर उन्हें मरीज के खानपान और वह कौनसी दवाएं ले रहा है, इसकी जानकारी देनी चाहिए। उपाय
एलर्जी टेस्ट के माध्यम से यह पता लगाया जा सकता है कि मरीज को किस ग्रुप की दवाओं से एलर्जी है। इसके लिए ब्लड टेस्ट या स्किन प्रिक टेस्ट किए जाते हैं। जरूरत पडऩे पर लंबी प्रक्रिया भी अपनानी पड़ सकती है, जिसके लिए मरीज को 2-3 दिन अस्पताल में रहना पड़ता है। एक बार पता लग जाए कि किस दवा से मरीज को एलर्जी है, तो कभी भी अस्पताल में भर्ती करते समय या डॉक्टर को दिखाते समय उन्हें इस बात की जानकारी जरूर देनी चाहिए।