लेंडिंग के दौरान निगलते और चबाते रहें क्योंकि इनसे नाक के पिछले भाग व कान के मध्य स्थित युस्टेकियन ट्यूब खुली रहती है। यही वह ट्यूब है जो शरीर के बाहर व अंदर के दवाब परिवर्तन को संतुलित करती है।
जरा संंभलकर –
छोटे बच्चों को कुछ पीने को दें ताकि वे निगलते रहें।
जुकाम, खांसी व ठंड लगने पर यात्रा करने से बचें।
लैंडिंग करते समय सोए नहीं।
हवाई सफर शुरू होने से पहले डीकन्जस्टेन्ट गोली व नेजल ड्रॉप स्प्रे का प्रयोग करें ताकि ट्यूब खुली रहे।