1. गंदे या दूषित पानी और खाने की चीजें पेट खराब करती हैं और इसके बैक्टिरिया कई बार किडनी तक पहुंच जाते हैं।
2. ब्लैडर इंफेक्शन होने पर यूरेथ्रा (यूरिन के शरीर से बाहर निकालनेवाली ट्यूब) से इंफेक्शन किडनी तक पहुंच जाता है।
3. किडनी इंफेक्शन का एक बड़ा कारण यूटीआई यानी यूरिन इंफेक्शन भी होता है। यही कारण है कि इसे ‘कॉम्प्लिकेटेड यूटीआई’ भी कहा जाता है।
1. यूरिन का रंग, स्मेल और कम या ज्यादा मात्रा इंफेक्शन का इशारा करती है।
2. यूरिन पास करने के दौरान दर्द या खुजली भी इंफेकशन का कारण है।
3. इंफेक्शन बढ़ने पर तेज बुखार और बहुत अधिक सर्दी लगना।
4. कमर के नीचले हिस्से या पीठ और पेट के साइड में तेज दर्द
5. मिचली सा महसूस होते रहना
6. भूख न लगना
7. यूरिन में खून आना
8. यूरिन बार-बार महसूस होना लेकिन होना नहीं
9. किडनी इंफेक्शन होने की स्थिति में व्यक्ति को पेल्विक एरिया में दर्द हो सकता है। यह दर्द हल्का भी हो सकता है तेज भी। कुछ लोगों को यह दर्द अचानक उठता है जबकि कुछ में इंफेक्शन होने के बाद लगातार बना रह सकता है।
अगर आपके यूरिन का कलर साफ और ट्रांसपैरंट पानी की तरह ना होकर मटमैला हो।
यूरिन का रंग हल्का गुलाबी या हल्का लाल लगने पर ये गंभीर किडनी इंफेक्शन का संकेत है।
-यूरिन का रंग गुलाबी या लाल होना इस तरफ इशारा करता है कि आपके यूरिनरी ट्रैक्ट में ब्लीडिंग यानी खून का रिसाव हो रहा है।