अधिकतर लोगों में किडनी रोगों के लक्षण तब तक दिखाई नहीं देते जब तक कि उनका रोग एडवांस स्टेज तक नहीं पहुंच जाता। हालांकि किडनी से जुड़े रोगों के सामान्य लक्षण हैं- अधिक थकावट या कम ऊर्जावान महसूस करना, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, भूख कम लगना, पर्याप्त नींद न आना, मांसपेशियों में खिंचाव व ऐंठन, पैर व टखने में सूजन। त्वचा पर अकारण खुजली होना, रात में बार-बार यूरिन आना, सीने में दर्द, सांस फूलना, अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर आदि।
किडनी का मुख्य कार्य व्यर्थ पदार्थों को यूरीन में बदलकर शरीर से बाहर करना है। मुख्य कारणों से जब किडनी अपनी क्षमता खो देती है तो व्यर्थ पदार्थ शरीर से बाहर निकलने के बजाय एकत्र होने लगते हैं जो सेहत के लिए खतरा बनते हैं। इनसे होने वाले संक्रमण के कारण जब किडनी खराब या फेल जाती है तो किसी स्वस्थ व्यक्ति से किडनी लेकर मरीज में इसका प्रत्यारोपण करना आवश्यक हो जाता है। जिन लोगों की किडनी बिल्कुल काम नहीं कर रही है या बहुत कम काम कर रही है उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह देते हैं।
जीवनशैली में कुछ बदलाव कर और संतुलित व पोष्टिक डाइट से किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं। शारीरिक रूप से सक्रिय रहें, नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। बिना डॉक्टरी सलाह के कोई दवा न लें। रक्त में शुगर के स्तर को नियंत्रित रखें। अतिरिक्त नमक खाने से बचें। वजन नियंत्रित रखें। धूम्रपान, तंबाकू और शराब से तौबा करें।