यह रोग वायरस और बैक्टीरिया से फैलता है। इसका मुख्य कारण दूषित भोजन व पानी है। रोटावायरस, एस्ट्रोवायरस अक्सर दूषित भोजन या पीने के पानी में पाए जाते हैं। जो शरीर में पहुंचकर ४ से 48 घंटे में संक्रमण फैलाते हैं। अधिक गर्मी और बारिश के दिनों में इस रोग की आशंका ज्यादा होती है। इस मौसम में कटे फल व ज्यादा देर तक काटकर रखी गईं सब्जियां खाने से बचें।
पेट में ऐंठन, दस्त और उल्टी जैसी शिकायत होती है। भूख में कमी, पेटदर्द, अतिसार, जी मिचलाना, तेज सर्दी लगना, त्वचा में हल्की जलन, अत्यधिक पसीना, बुखार, जोड़ों में अकड़न, मांसपेशियों में तकलीफ, वजन में कमी जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।
घर में साफ-सफाई रखें। बासी भोजन और दूषित पानी का प्रयोग न करें। भोजन पकाने और खाने से पहले हाथ साबुन से साफ करें। पानी को उबालें व ठंडा करके पीएं। आसपास पानी एकत्र न होने दें। फल-सब्जियां धोकर ही प्रयोग करें।