डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने अब एक ऐसी कैप्सूल (गोली) बनाई जिसे हफ्ते में एक बार खाने से एचआईवी/एड्स का इलाज किया जा सकेगा। इस कैप्सूल को अमेरिका के मैसचूसिट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी के अनुसंधानकताओं ने बनाया है। जीलीड साइंसेज ने एलविटेग्रावीर, कोबीसीस्टेट, एमट्रेसिटाबाइन और टेनोफोविर डिसोप्रोक्सिल फ्यूमरेट से यह कैप्सूल तैयार की है। इस कैप्सूल की बनावट छह कोनों वाले एक स्टार की तरह है। इन कोनों में दवा भरकर इन्हें अंदर की तरफ मोड़ कर बंद किया जा सकता है। कैप्सूल खाने के बाद इसके कोनों में से थोड़ी-थोड़ी दवा निकलती रहेगी।शोध से पता चला कि एक गोली के उपचार से मरीज को भी संतुष्टि और आराम मिलता है।
अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार यह कैप्सूल एचआईवी/एड्स के इलाज के लिए भी कारगर है, और यह उन लोगों को भी संक्रमण से बचाएगी, जिन्हें एचआईवी/एड्स से संक्रमित होने का खतरा अधिक रहता है।जिन दवाओं से एचआईवी का इलाज किया जाता है, उन्हें एंटीरेट्रोवायरल मेडिसिन कहा जाता है।