समाचार एजेंसी सिन्हुआ की एक रिपोर्ट में जॉर्जिया के एमोरी स्कूल ऑफ मेडिसिन और ग्रैडी हेल्थ सिस्टम के कार्यकारी सहयोगी डीन कार्लोस डेल रियो ने कहा है कि वाशिंगटन की रणनीति केवल एक शब्द पर चल रही है, वह है – आशा। जाहिर है, आशा या उम्मीद कोई रणनीति नहीं है।
उन्होंने भविष्यवाणी की है कि यदि देश में अभी जैसी ही व्यवस्थाएं रहीं तो थैंक्सगिविंग डे के दौरान नए मामलों की दैनिक संख्या 2 लाख तक पहुंच सकती है। द गार्जियन में ब्राउन यूनिवर्सिटी के आपातकालीन कक्ष के चिकित्सक मेगन राने ने कहा, “हम अब महामारी के सबसे बुरे दौर में जा रहे हैं। महामारी को लेकर देश का भाग्य अगले दो महीनों पर निर्भर करता है।’
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी व्यवसायों की महामारी राहत सहायता समाप्त हो रही है, एक अशुभ संकेत है। इससे लोगों की छंटनी और दिवालिया होने के मामले बढ़ेंगे। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने रविवार को देश में कोविड-19 मामलों की औसत दर 1 लाख दर्ज की है, जो अब तक की सबसे बड़ी दर है। वहीं जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार, रविवार की दोपहर तक अमेरिका में 2,37,400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।