‘वागड़ का विकास रोकने का क्या अधिकार था मुख्यमंत्री को’- डूंगरपुर में चुनावी सभा डूंगरपुर. पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांगे्रस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि वागड़ के चहूंमुखी विकास के लिए रेल परियोजना शुरू की थी, लेकिन वसुंधरा राजे सरकार ने उसे बंद कर दिया। बांसवाड़ा में तीन पावर प्रोजेक्ट लगने थे, उसे भी बंद कर दिया। क्या अधिकार था मुख्यमंत्री को आदिवासी अंचल के विकास को अवरुद्ध करने का?गहलोत ने शुक्रवार को वागड़ गांधी वाटिका में जिले की चारों विधानसभा सीटों के कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए यह सवाल दागा। उन्होंने अपने पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री कार्यकाल में अकाल राहत के लिए किए कामों सहित मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा, जांच, पशु चिकित्सा योजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने देश के लिए अंगुली तक नहीं कटवाई, वह कांगे्रस से 70 साल का हिसाब मांग रहे। कांग्रेस वह पार्टी है जिसने देश के लिए खून दिया है। आजाद हिन्दूस्तान को अपने पैरों पर खड़ा किया। उन्होंने कहा कि मोदीजी ने देश से 50 दिन मांगे थे, पांच साल में भी कुछ नहीं कर पाए। नोटबंदी की आड़ में कालाधन पूरा सफेद हो गया। स्विस बैंकों से एक रुपया तक नहीं ला सके। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि शाह भरी सभाओं को लोगों को गिरेहबान पकडऩे के लिए उकसा रहे हैं। यदि ऐसा हुआ तो कानून व्यवस्था का क्या होगा? उन्होंने कहा कि भाजपा का नियम-कानूनों में विश्वास ही नही रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री काले झण्डे से डर रही है। अगर पांच साल काम किया होता तो यह नौबत नहीं आती। महलों में ही रही, डूंगरपुर में भी फरियादी सडक़ों पर घंटों इंतजार करते थक जाते थे। उन्होंने जिले के सभी प्रत्याशियों को भारी मतों से जीताने का आह्वान किया। देर से पहुंचे तीन प्रत्याशीपूर्व मुख्यमंत्री की सभा जिले के चारों प्रत्याशियों के समर्थन में थी, लेकिन गहलोत के पहुंचने तक वहां सिर्फ डूंगरपुर प्रत्याशी गणेश घोघरा ही मौजूद थे। कुछ देर बाद चौरासी प्रत्याशी मंजूला रोत पहुंची। गहलोत के उद्बोधन शुरू करने के बाद सागवाड़ा प्रत्याशी सुरेंद्र बामणिया और आसपुर प्रत्याशी राईया मीणा पहुंचे।पता नहीं कैसे बच गएसभा में जैसे ही आसपुर प्रत्याशी राईया मीणा पहुंचे गहलोत ने कहा कि आ गए राईया जी, यह अभी युवा है। राहुलजी ने इस बार कई बुजुर्गों के टिकट काट दिए पता नहीं यह कैसे बच गए। अगली बार नहीं बचेंगे। यह सुनकर पूरा पांडाल में ठहाका गूूंज उठा।इन्होंने भी किया संबोधित[typography_font:18pt;” >जिले के चारों प्रत्याशियों सहित पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा, जिलाध्यक्ष दिनेश खोडनिया, पूर्व विधायक लालशंकर घाटिया, प्रेमकुमार पाटीदार आदि ने भी संबोधित किया। संचालन असरार अहमद ने किया।