घटना के बाद गांव में शनिवार सुबह परिजन तथा ग्रामीणों के एकत्र हुए और हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। ग्रामीणों की संख्या बढ़ने पर रिजर्व पुलिस लाइन से अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया गया है। देर शाम तक ग्रामीणों की समझाइश का दौर चलता रहा।
मृतक के भाई देवीलाल ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि कुछ युवक पिछले साल हुए कांकरी डूंगरी हाइवे उपद्रव में आरोपी हैं। उन लोगों को आशंका है कि पुलिस को उनके नाम मृतक रमेश के बेटे सचिन ने लिखाए हैं। इसी रंजिश के चलते पिछले लंबे समय से संबंधित लोग परिवारजनों को धमकाने तथा मारपीट करने की वारदातें कर रहे थे। रिपोर्ट में बताया कि इसी रंजिश के चलते शुक्रवार रात को अंकित अहारी, राहुल गमेती, कनबई निवासी हीरालाल गमेती, मयंक पुत्र नाथू अहारी व प्रवीण ढूंहा सहित 10 से 15 लोगों ने धारदार हथियारों के साथ हमला किया। पुलिस ने देवीलाल की रिपोर्ट पर हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की धरपकड़ के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।