बिखरे लोक संस्कृति के रंग, भव्य आतिशी नजारों के संग
बिखरे लोक संस्कृति के रंग, भव्य आतिशी नजारों के संग
बिखरे लोक संस्कृति के रंग, भव्य आतिशी नजारों के संग
डूंगरपुर. डूंगरपुर स्थापना दिवस पर वागड महोत्सव के तहत सोमवार को जिला मुख्यालय पर लक्ष्मण मैदान से ढोल ढमको एवं गाजे-बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकली। शोभायात्रा को कलक्टर राजेन्द्र भट्ट, पुलिस अधीक्षक शंकर दत्त शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्य कायकारी अधिकारी नम्रता वृष्णि, जिला शिक्षा अधिकारी हितेश भट्ट, अनिल तलवाडिया, जयन्तिलाल, भूपेन्द्रसिंह देवला आदि मौजूद थे
पारम्पारिक अंदाज में निकली शोभायात्रा
पारम्पारिक अंदाज में सजे-धजे अश्व व ऊंट के साथ राजसी अंदाज में निकली शोभायात्रा देखने शहर उमड पडा। शाम चार बजे जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के तत्वाधान में हो रहे वागड महोत्सव के अंतिम दिन लक्ष्मण मैदान से निकली शोभायात्रा मेें वागड परिवेश व लोक कलाकारों के संगम को देख शहरवासी ठहर गए।
मौलिक संस्कृति ने बांधा समां
लोक कलाकारों अपने-अपने प्रदेशों की मौलिक सांस्कृतिक कलात्मक वेशभूषा में शामिल होकर और रास्ते भर नृत्य-गायन कर लोगों का मन मोह लिया शोभायात्रा में शहर के सभी निजी एवं राजकीय विद्यालयों की सजी-धजी बालिकाएं अपनी-अपनी संस्कृति की पुरातन परम्पराओं की झलक दिखाते हुए पारंपारिक परिधानों में सम्मिलित हुई। शोभायात्रा लक्ष्मण मैदान से पुराने शहर की परिक्रमा कर वापस गेपसागर पाल पर पहुंची। यहां पर दीपदान कार्यक्रम हुआ।
प्रतिभाओं ने दी आकर्षक प्रस्तुति
सागवाड़ा. वागड़ महोत्सव के तहत विद्यालयों की प्रतिभाओं तथा पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से रविवार शाम महिपाल खेल मैदान में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।
सीबीईओ भेमजी खांट, महिपाल विद्यालय के प्रधानाचार्य भरत व्यास तथा नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी मामन वर्गीस का आतिथ्य रहा। प्रारंभ में भावेश खींची ने गणेश वन्दना तथा केसरिया बालम तथा ऋषभ सेवक ने दूनिया से में हारा गीत प्रस्तुत किया। वागड़ प्रतिभा माही भावसार, हर्षिता पंचाल, व हर्षवद्र्धनसिंह राठौड़ ने नृत्य प्रस्तुत किए। कमलेश खींची ने कटपुतली डान्स किया। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के कलाकारों ने की प्रस्तुतियों ने मन मोह लिया। अनिल तलवाडिय़ा, देवशंकर सुथार, सुरेश सरगम, केशवचन्द्र बारोट, जितेन्द्र सुथार, तिलकनन्दनी शाह, तृप्ती भावसार, कन्हैयालाल मौजूद थे। संचालन राजेश जैन, उमाकान्त व्यास व डॉ. लोकेश भट्ट ने किया।
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