80 वर्षों की मेहनत के बाद बनी 102 वर्षीय महिला ‘डॉक्टर’
नाजी दौर में डॉक्टरेट से
वंचित की गई बाल रोग विशेषज्ञ 102 वर्षीय महिला इंजीबोर्ग रैपोपोर्ट को आखिरकार 8
दशक बाद उपाधि प्रदान की है
ingeborg rapoport became doctor
बर्लिन। नाजी दौर में डॉक्टरेट से वंचित की गई बाल रोग विशेषज्ञ 102 वर्षीय महिला इंजीबोर्ग रैपोपोर्ट को आखिरकार 8 दशक बाद उपाधि प्रदान की है। इसी के साथ रैपोपोर्ट मंगलवार को जर्मनी की सबसे उम्रदराज डॉक्टरेट प्राप्त करने वाली शख्स बन गई। उन्होंने पिछले महीने ही मौखिक परीक्षा पास की है। उनसे डिप्थीरिया से संबंधित सवाल पूछे गए थे।
हैमबर्ग विश्वविद्यालय में डॉक्टरेट की उपाधि पाने के बाद रैपोपोर्ट ने कहा कि मुझे इस उम्र में उपाधि प्राप्त कर रिकॉर्ड बनाने की चाह नहीं थी। मैंने ये इस लिए किया क्योंकि मैं नाजी जुल्मों को पूरी दुनिया के सामने लाना चाहती हूं। रैपोपोर्ट को यहूदी होने के कारण नाजी दौर में डॉक्टरेट की उपाधि से वंचित रखा गया था।
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