बदमाश द्वारा चाकू दिखाने पर बाकी बच्चे पटरी पार कर टाउनिशप गैरेज रोड की तरफ भागे। वहां एक युवती को रोककर बच्चों ने पूरी बात बताई। युवती ने तुरंत डायल 112 में कॉल कर सूचना दी। पुलिस की टीम तत्काल पहुंच गई। सबसे पहले बच्चों के बताए अनुसाार झोपड़ी में गई तब तक बदमाश 11 साल के उस बच्चे को लेकर वहां गायब हो चुके थे। इसके बाद टीम ने पांचों बच्चों को उनके घर छोड़ा। इधर गुम बच्चे की माता रातभर तलाश में भटकते रहे।
हम छह लोग थे। नहर में मछली पकड़ रहे थे। तभी वह गंदा भैया आया। कहा चलो गांजा पिलाता हंू। पटरी के किनारे एक झोपड़ी में ले गया। वहां सभी को गांजा पिलाया। फिर दुकान से 8 अंडे लेकर आया। सभी को अंडे और मछली खिलाया। बाकी साथियों को भगा दिया और मुझे रोक लिया। कहा चल सेक्टर-6 में मोबाइल दिलवाता हंू। तब तक रात हो चुकी थी। वहां एक खंडहर में ले गया। गंदा काम करने के लिए मुझे कपड़े उतारने कहा। मना किया तो गले में चाकू अड़ा दिया। दो थप्पड़ भी जड़े। मैं डर गया। जबरन कपड़ा उतरवाकर मेरे साथ दो बार गंदा काम किया। सुबह 4 बजे मौका देखकर मैं वहां से भाग निकला।
मैं रास्ता भटक गया। मॉर्निंग वॉक कर रहे लोगों से सुपेला जाने का रास्ता पूछा। अंडरब्रिज से होते हुए जीई रोड पर आया और मुझे घर का रास्ता सूझ गया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी आदतन चोर है। नेहरू नगर के पास रेलवे ट्रैक के किनारे घने पेड़ों के बीच उसकी झोपड़ी है। वह घुमंतु बच्चों को खिला-पिलाकर व दूसरी चीजों का लालच दिखाकर चोरी, पॉकेटमारी करना सिखाता है। सुपेला थाने का स्थाई वारंटी है। पुलिस एक वर्ष से तलाश कर रही थी। भिलाई नगर क्षेत्र में भी तीन चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। एसएसपी दुर्ग अजय यादव ने बताया कि आरोपी नशेड़ी और आदतन चोर है। बच्चे को डरा धमकाकर अप्राकृतिक कृत्य किया। आरोपी को हिरासत में लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
बच्चे की मां ने बताया कि बेटे को अज्ञात युवक डरा धमका कर ले गया। फौरन थाने पहुंची और गुम होने की शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि 2 वर्ष पूर्व ही पति का निधन हुआ है। घरों में झाड़ू पोछा कर बड़ी बेटी और बेटा का पालन कर रही है। बेटा पांचवीं की पढ़ाई कर रहा है। पड़ोसी ने बताया कि रातभर घर के सामने अलाव जलाकर बच्चे की मां, दादी, बहन उसके आने का इंतजार करती रहीं। सुबह करीब 6 बजे जैसे ही बच्चा पहुंचा, अपने जिगर के टुकड़े को कलेजे से लगाकर मां खुशी के मारे रोने लगी। दादी रो-रोकर डांट भी रही थी-बिना बताए चला गया था।