चुनाव आयोग की सख्ती मतदान केंद्र के बाहर पोलिंग एजेंटों पर भी नजर आई है। दुर्ग शहर विधानसभा क्षेत्र में दरअसल एजेंटों को 7 बाय 7 का पंडाल लगाकर बाहर 200 मीटर की दूरी पर बैठना था। लेकिन राजनीतिक दल के पोलिंग पार्टी 10 बाई 10 का पंडाल लगाया था। जिसे पुलिस ने सख्ती से हटा दिया। बाद में राजनीतिक दल के पोलिंग पार्टी बिना पंडाल के ही कुर्सी और टेबल लगाकर बैठे रहे।
निर्वाचन आयोग ने युवा मतदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए सेल्फी जोन की व्यवस्था की थी, लेकिन ज्यादातर मतदान केंद्र में यह जोन ही गायब रहा। वहीं निर्वाचन आयोग की दोहरी नीति के कारण लोग सेल्फी जोन में सेल्फी क्लिक नहीं कर पाए। सुरक्षा कारणों को देखते हुए सुरक्षाबलों ने पोलिंग बूथ में मोबाइल ले जाने से मना कर दिया। जिसके कारण कई युवा बिना सेल्फी लिए ही वोट डालकर मायूस लौट गए। कई केंद्रों पीठासीन अधिकारी को सेल्फी जोन की जानकारी ही नहीं थी।