जिला अस्पताल में हर दिन औसतन १४० इनडोर मरीजों को भोजन परोसा जा रहा है,जिसमें मीनू गायब है। इसी तरह हर रोज औसतन ६० प्रसूताओं भोजन दिया जा रहा है इसमें भी अनुबंध का पालन नहीं किया जा रहा है। अनुबंध के मुताबिक प्रसूताओं को डिब्बा बंद भोजन दिया जाना चाहिए पर ठेका संस्था ऐसी ही सामान्य भोजन दे रहा है।
डॉ. आरके देवागंन, डॉ. सरिता मिंज, डॉ. कोसरिया, डॉ. प्रफुल्ल जैन (वर्तमान में सेवानिवृत्त), डॉ. केडी तिवारी, डॉ. छाया तिवारी, डॉ. उज्जवला देवांगन, डॉ. एके साहू, डॉ. एसके पाल (वर्तमान बेमतेरा सीएस), डॉ.लाल मोहम्मद। सिविल सर्जन डॉ. केके जैन ने बताया कि भोजन परोसने वाले ठेकेदार को निर्देश दिया गया है कि वह भोजन को परोसने के पहले आरएमओ के पास जांच कराएं। अगर भोजन वितरण में खामियां है तो इसकी जांच करवाई जाएगी। रही महिला स्वसहायता समूह का कार्यक्षेत्र केवल बिलासपुर है तो इस विषय में मैं कुछ नहीं कहूंगा। टेंडर के माध्यम से कार्य दिया गया है।
मुझे भोजन की जांच करने की जिम्मेदारी दी गई थी। एक दिन जांच करना था, लेकिन मै अवकाश पर चली गई। अवकाश से लौटने के बाद सीएमएचओ के रुप में कार्य करना शुरु कर दिया। इसलिए मुझे जानकारी नहीं है। डॉ. एके साहू ने बताया कि हां मैंने भोजन की जांच किया था। तब खाना बहुत स्वादिस्ट था। मरीजों से भी जानकारी ली थी। मरीजों ने खाना को बहुत अच्छा बताया। इसके बाद मैंनें इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी थी।