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दुर्ग

ये क्या दूसरों के आधार से लिंक कर उड़ा रहे थे राशन, तीन दुकानों में 343 फर्जी राशनकार्ड

भिलाई निगम क्षेत्र के जिन राशनकार्डों को निरस्त करने पर बवाल मचा था, उन राशनकार्डों के माध्यम से दुकान संचालक फर्जीवाड़ा को अंजाम दे रहे थे।

दुर्गDec 18, 2016 / 09:20 pm

Satya Narayan Shukla

These what other persons Aadhar links were take ra

These what other persons Aadhar links were take ration, 343 bogus ration cards in three stores

दुर्ग. भिलाई निगम क्षेत्र के जिन राशनकार्डों को निरस्त करने पर बवाल मचा था, उन राशनकार्डों के माध्यम से दुकान संचालक फर्जीवाड़ा को अंजाम दे रहे थे। इसका खुलासा खाद्य विभाग की जांच में हुआ है। खाद्य विभाग के अफसरों ने अब तक तीन दुकानों में ऐसे 359 राशनकार्डों का जांच की है। इसमें केवल 16 राशनकार्ड ही वैध व हितग्राही मौके पर पाए गए हैं। शेष 343 राशनकार्ड या तो फर्जी निकले अथवा हितग्राही मौके पर नहीं पाए गए।

हितग्राहियों की सूची ऑनलाइन

सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के खाद्यान्न वितरण में पारदर्शिता के लिए राशनकार्डों के साथ हितग्राहियों की सूची ऑनलाइन कर बैंक खाता और आधार नंबर लिंक किए गए हैं। इनमें संदिग्ध पाए जाने वाले राशनकार्डों व हितग्राहियों के नामों को डेटा बेस से हटाया जा रहा है।

इस तरह की गई गड़बड़ी

अफसरों का अनुमान है कि फर्जी पाए गए राशनकार्डों को दुकान संचालकों ने नगर निगम के कर्मचारियों से मिलीभगत कर गलत सत्यापन करा लिया। इसके अलावा डेटा बेस से डिलीट होने से बचाने के लिए इनके साथ दूसरों का आधार नंबर लिंक करा दिया। इस तरह हर महीने इन राशनकार्डों के नाम पर खाद्यान आवंटन दिखाकर शासन को चूना लगाते रहे।

ऐसे पकड़ा गया मामला

खाद्य विभाग द्वारा हितग्राहियों की सूची में गड़बड़ी को पकडऩे विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। इसके माध्यम से प्रत्येक हितग्राही का क्यूआर कोड जेनरेट किया जा रहा है। इस सॉफ्टवेयर में एक ही आधार नंबर दो व्यक्तियों के नाम से लिंक किए जाने के मामले भी पकड़े गए। ऐसे सभी राशनकार्डों को डेटा बेस से डिलीट किया गया है।

इन दुकानों में जांच और यह गड़बड़ी

दुकान-नूतन प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार, केम्प-2 शारदापारा भिलाई, संचालक-दशरथ यादव, डेटा बेस से डिलिट कार्ड – 95। राशनकार्ड वैध मिले-9, राशनकार्डधारी नहीं मिले-86। दुकान-रत्ना महिला स्व-सहायता समूह, प्रेमनगर वार्ड 20 भिलाई, संचालक-महावीर अग्रवाल, डेटा बेस से डिलीट कार्ड-135, राशनकार्ड वैध मिले-5, राशनकार्डधारी नहीं मिले-130
।प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार, नेहरूनगर भिलाई, संचालक-ईश्वर साव, डेटा बेस से डिलीट कार्ड-129, राशनकार्ड वैध मिले-2, राशनकार्डधारी नहीं मिले-127।

आज भी चलेगी दुकानों में जांच
अफसरों ने बताया कि शारदापारा भिलाई के दुकानों की जांच पूरी हो गई है। इसमें दो दिन लगे। इसके अलावा शेष दो दुकानों में सोमवार को भी जांच की जाएगी। इसके बाद वास्तविक वैध हितग्राहियों का पता चल पाएगा।

दुकानें होगी निलंबित, एफआईआर भी
गड़बड़ी के खुलासे के बाद खाद्य विभाग द्वारा संबंधित दुकान संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इन दुकानों को निलंबित करने के साथ संचालकों के खिलाफ एफआईआर भी कराए जाने की तैयारी है। इसके अलावा वैध पाए गए हितग्राहियों के नाम जोड़कर राशन भी दिलाया जा रहा है।

कार्रवाई की जाएगी

खाद्य नियंत्रक दुर्ग आरएल खरे ने बताया कि अब तक की जांच में राशनकार्डों का गलत सत्यापन व दूसरों के आधार नंबर से व्यापक गड़बड़ी की संभावना दिख रही है। वास्तविक स्थिति का खुलासा सभी दुकानों की जांच के बाद होगा। गड़बड़ी पाए जाने पर दुकानों व संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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