समिति से संबद्ध ग्राम पुरदा, करेली और गाड़ाडीह के किसानों ने पिछले खरीफ सीजन में धान की फसल का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा कराया था। तीनों गांवों के ६१४.७३ हेक्टेयर रकबा के बीमा के लिए314 किसानों ने 2 लाख58 हजार 455 रुपए प्रीमियम भी जमा कराया था। इन किसानों को बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इन्श्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा अब बीमित राशिएक करोड़ 17 लाख51 हजार 450 रुपए भुगतान करना है।
किसानों की माने तो कंपनी द्वारा दस्तावेजों में पटवारी हल्का नंबर मेल नहीं होने का हवाला देकर भुगतान से इंकार किया जा रहा है। किसानों ने बताया कि समिति के कर्मचारियों ने उक्त गांवों के पटवारी हल्का 23 की जगह दस्तावेज में 26 लिख दिया है।
किसानों के आंदोलन की सूचना पर धमधा एसडीएम राजेशपात्र और बैंक की अधिकारी कुसुम ठाकुर भी भूख हड़ताल स्थल पर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने कंपनी से भुगतान कराने के प्रयास का हवाला देकर 15 दिन के मोहलत का प्रस्ताव रखा गया, लेकिन किसान नहीं मानें और भुगतान होने तक आंदोलन जारी रखने की बात पर अड़े रहे।
सेवा सहकारी समिति मर्यादित ग्राम लिटिया के अध्यक्ष श्यामलाल साहू ने बताया कि किसानों को बीमा भुगतान के लिए करीब सालभर से भटकना पड़ रहा है। बार-बार मांग के बाद भी अफसर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसलिए आंदोलन का सहारा लेना पड़ा। अफसर अब भी समय की मांग कर रहे हैं, लेकिन किसान इससे सहमत नहीं हैं। किसानों ने भुगतान किए जाने तक क्रमिक भूख हड़ताल का निर्णय लिया है।