टाउन प्लानिंग के अफसरों से मिली जानकारी के मुताबिक कल्पतरू बिल्डर्स ने बड़े इलाके में अवैध प्लाटिंग कर कालोनी निर्माण के लिए गेट व बाउंड्रीवाल बना लिए थे। बताया जा रहा है कि बिल्डर ने जमीन का डायवर्सन भी नहीं कराया था। इसके अलावा ले-आउंट की मंजूरी भी नहीं ली थी। लिहाजा प्लाटिंग के लिए बनाए गए मार्किंग के साथ गेट व बाउंड्रीवाल को तोड़कर हटाया गया।
अवैध प्लाटिंग व कॉलोनी निर्माण के खिलाफ टाउन प्लानिंग व राजस्व विभाग द्वारा संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की गई। कार्रवाई के लिए प्रभारी संयुक्त संचालक टाउन प्लानिंग विमल बगवैया की अगुवाई में बनाई गई टीम में आलोक वर्मा नायब तहसीलदार पाटन, मनोज कुमार रस्तोगी राजस्व निगम पाटन, पटवारी अश्वनी वर्मा, प्रतीक दीक्षित सहायक संचालक टाउन प्लानिंग, वरिष्ठ शोध सहायक अनूप कुमार गढ़े मौजूद थे।
दुर्ग-भिलाई के संयुक्त मास्टर प्लान के विरूद्ध अवैध प्लाटिंग व कॉलोनी निर्माण के खिलाफ एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले आईआईटी भिलाई से लगे खपरी और सिरसाखुर्द में भी इसी तरह कार्रवाई की गई थी। यहां भी दर्जनभर रकबे में लोगों ने अवैध प्लाटिंग कर रखा था। यहां भी जेसीबी के माध्यम से सड़क व अन्य निर्माण कार्य तोड़कर हटाया गया। अफसरों ने बताया कि जल्द ही अन्य इलाकों में भी कार्रवाई की जाएगी। विमल बगवैया संयुक्त संचालक टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ने बताया कि शासन के निर्देश पर ले-आउट की मंजूरी और कॉलोनाइजर लाइसेंस के बिना निर्माण के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। जांच में ऐसे इलाके चिन्हित किए गए हैं। जल्द ही अन्य इलाकों में भी कार्रवाई की जाएगी।