पुराने योजनाओं का होगा विस्तार
पीएचई के ईई ने बताया कि कुछ नलजल योजनाएं ऐसी हैं, जिनके आरंभ होने के बाद बसाहट फैली है और नए कनेक्शन आवश्यक हैं। साथ ही यह भी देखा जाएगा कि वर्तमान में जिनके पास कनेक्शन हैं उन्हें जल जीवन मिशन के मानकों के मुताबिक पानी मिल रहा है या नहीं, इस हिसाब से विस्तार किया जाएगा।
पहले ज्यादा दिक्कत वाले गांव
योजना का क्रियान्वयन सबसे पहले वहां आरंभ किया जाएगा जहां पानी की ज्यादा दिक्कत होती है। यदि जलसंकट बहुत से गांवों के पैच में है तो मल्टी विलेज प्लानिंग की जाएगी। योजना में ऐसा प्रावधान किया जाएगा कि पानी की सतत आपूर्ति बनी रहे।
हर किसी को 55 लीटर पानी
योजना में प्रति व्यक्ति प्रति दिन 55 लीटर पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य होगा। पूर्व में आरंभ की गई योजनाओं में यह लक्ष्य 45 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन था। इस प्रकार यदि इन योजनाओं में इस लक्ष्य की पूर्ति नहीं हो पा रही हो तो रिट्रोफिटिंग की जाएगी।
मिलेगा फिल्टर्ड पानी
जल आपूर्ति प्रणाली की दीर्घकालीन स्थिरता के लिए विश्वसनीय पेयजल स्रोतों का विकास और मौजूदा स्रोतों का संवर्धन किया जाएगा। पानी की गुणवत्ता पर समझौता नहीं किया जाएगा। जहां जांच में पानी की गुणवत्ता में समस्या आती है वहां उपचार संयंत्र लगाया जाएगा।