script100 साल बाद इस प्राचीन मंदिर में हनुमान जी ने छोड़ा चोला, अद्भुत धार्मिक घटना को देखने उमड़ी भक्तों की भीड़ | Hanumanji of Killa temple left the chola after a hundred years | Patrika News
दुर्ग

100 साल बाद इस प्राचीन मंदिर में हनुमान जी ने छोड़ा चोला, अद्भुत धार्मिक घटना को देखने उमड़ी भक्तों की भीड़

100 साल पहले वर्ष 1920 में हनुमान जी ने इसी तरह से चोला छोड़ा था। श्रद्धालु इसे चमत्कारिक घटना मानकर चल रहे हैं और इसकी जानकारी के बाद से मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई।

दुर्गOct 05, 2021 / 10:55 am

Dakshi Sahu

100 साल बाद इस प्राचीन मंदिर में हनुमान जी ने छोड़ा चोला, अद्भुत धार्मिक घटना को देखने उमड़ी भक्तों की भीड़

100 साल बाद इस प्राचीन मंदिर में हनुमान जी ने छोड़ा चोला, अद्भुत धार्मिक घटना को देखने उमड़ी भक्तों की भीड़

दुर्ग. दुर्ग शहर के तमेरपारा स्थित प्राचीन किल्ला मंदिर (Killa Mandir Durg) में अनोखी घटना सामने आई है। यहां स्थापित हनुमान जी की प्रतिमा ने शनिवार रात चोला (बंदन और घी के लेप से बनी परत) छोड़ दिया। बताया जाता है कि मंदिर में स्थापित भगवान हनुमान जी की प्रतिमा स्वयं-भू है। इससे पूर्व करीब 100 साल पहले वर्ष 1920 में हनुमान जी ने इसी तरह से चोला छोड़ा था। श्रद्धालु इसे चमत्कारिक घटना मानकर चल रहे हैं और इसकी जानकारी के बाद से मंदिर में रविवार सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई। लोग श्रद्धाभाव से प्रतिमा की पूजा कर रह ेहैं। इधर मंदिर समिति ने हनुमान जी द्वारा छोड़े गए चोले को सुरक्षित रख लिया। मंगलवार को चोला का नगर भ्रमण कराया जाएगा और प्रयागराज ले जाकर विधि-विधान पूर्वक गंगाजी में विसर्जित किया जाएगा।
100 साल बाद इस प्राचीन मंदिर में हनुमान जी ने छोड़ा चोला, अद्भुत धार्मिक घटना को देखने उमड़ी भक्तों की भीड़
एक सदी बाद हुई चमत्कारिक घटना
मंदिर समिति के प्रमुख और पूर्व महापौर शंकरलाल ताम्रकार ने बताया कि सुबह मंदिर के सेवकों ने मंदिर में प्रवेश किया तब तक हनुमान जी चोला छोड़ चुके थे। वे अपने मूल स्वरूप में आ चुके थे। सेवकों ने न्यास समिति को इसकी सूचना दी। इसके बाद खबर पूरे शहर में फैल गई और मंदिर पूजा-अर्चना का दौर शुरू हो गया। न्यास समिति की ओर से रूद्राभिषेक, चोलावंदन, पूजा पाठ दिनभर चलता रहा। वहीं चोला छोडऩे की धार्मिक घटना को देखने के लिए दूर-दूर से हनुमान भक्त मंदिर पहुंच रहे हैं। एक सदी बाद हुई इस चमात्कारिक घटना की चर्चा पूरे छत्तीसगढ़ में है।
प्रयागराज में किया जाएगा चोला का विसर्जन
किल्ला मंदिर समिति के प्रमुख ताम्रकार ने बताया कि मंगलवार की सुबह 10 बजे हनुमान जी के छोड़े गए चोले का नगर भ्रमण का कार्यक्रम होगा। नगर भ्रमण किल्ला मंदिर से कंकालिन मंदिर, चंडी मंदिर, लंगूरवीर हनुमान मंदिर, राम जानकी मंदिर गांधी चौक, मोती काम्पलेक्स, बरई पारा, काशीराम चौक, लुचकी पारा, तकिया पारा, संतरा बाड़ी, धमधा नाका होते हुए धमधा, देवकर, बेमेतरा, नवागढ़, मुंगेली, कोटा, अमरकंटक, रीवा, मार्ग से प्रयागराज के लिए रवाना की जाएगी। 6 अक्टूबर को प्रयागराज में पूजा अर्चना के साथ चोला त्रिवेणी संगम में विसर्जित किया जाएगा। इस दौरान पूजा-पाठ का दौर लगातार जारी रहेगा।

Home / Durg / 100 साल बाद इस प्राचीन मंदिर में हनुमान जी ने छोड़ा चोला, अद्भुत धार्मिक घटना को देखने उमड़ी भक्तों की भीड़

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो