इस योजना के तहत मरीजों को दिक्कत न हो इसके लिए प्रत्येक दो किलोमीटर में सर्वसुविधायुक्त अस्पताल बनाया जा रहा है। खास बात यह है कि जिले के तीनों ब्लाक में योजना के तहत 31 केन्द्र चिन्हित कि ए है। इसमें 25 उपस्वास्थ्य केन्द्र को चिन्हित किया गया हैं।
वहीं 6 नए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सर्वसुविधायुक्त बनाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है लोगों को स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर भटकना न पड़े इसके लिए प्रत्येक दो किलोमीटर में अस्पताल की सुविधा हो ऐसा कार्ययोजना तैयार किया गया है।
हेल्थ सेंटर ऐसे करेंगे कार्य सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है। इस चुनौती से निपटने प्रत्येक सेंटर में सातों दिन डॉक्टर व दवाई स्टाक के अलावा आवश्यक जांच की सुविधा रहेगी। जहां पर डॉक्टरों की कमी है वहा सप्ताह में दो दिन नजदीक के अस्पताल के डाक्टर की ड्यूटी लगाई जाएगी। मरीज को दवाई लेने में दिक्कत न हो इसके लिए दवा का भंडारण हेल्थ सेंटर में किया जाएगा।
वेलनेस सेंटर बनाने का यह है उद्देश्य आयुष्मान भारत के तहत प्रत्येक गरीब परिवार को 5 लाख का बीमा किया जा रहा है। इस कार्ड के जरिए मरीज देश के किसी भी शहर में इलाज करा सकता है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रारभिक इलाज पहले वेलनेस सेंटर में होगा। गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल भेजा जाएगा। इसके बाद मरीज की स्थिति देख उसे आगे रेफर किया जाएगा। इस प्रक्रिया में मरीज को गंभीर बीमारी या आवश्यकता पडऩे पर अपने कार्ड के माध्यम से इलाज करा सकते हैं।
जिले में है 1.75 लाख हितग्राही आर्थिक गणना सर्वे सूची में 1.75 लाख परिवार का नाम दर्ज है। इस सूची के हिसाब से आयुष्मान भारत योजना के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन का कार्ड (राशि 5 लाख) बनाया जाएगा। कार्ड बनाने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
इसे बनाया मॉडल स्वास्थ्य विभाग ने जिले के 5 सब सेंटर को मॉडल बनाया है। यहां नया इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। यहां पर पूरे सप्ताह डॉक्टर व दवाई वितरण की व्यवस्था रहेगी। मॉडल के रुप में धमधा के कोडिय़ा, महमरा, अम्लेश्वर, कोहका व खुर्सीपार शामिल है।
37 अस्पताल पंजीयन के लिए कतार में आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज कराने अब तक जिले के 37 अस्पतालों ने रुचि दिखाई है। आरएसबीवाय योजना की तर्ज पर इस योजना के लिए पहले निजी अस्पतालों का पंजीयन किया जाएगा। पंजीकृत अस्पताल ही आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का इलाज कर सकते है।
हर कार्य अंतिम चरण में इस संबंध में नोडल अधिकारी डॉ. आर खंडेलवाल का कहना है कि इस योजना का दो पार्ट है। पहला वेलनेस सेंटर की स्थापना करना है। दूसरे पार्ट में 5 लाख का बीमा करना है। स्वास्थ्य विभाग वेलनेस सेंटर खोलने की स्थिति में है। लगभग हर कार्य अंतिम चरण पर है। 15 अगस्त को इसका उद्घाटन होना प्रस्तावित है।