जिले में कोरोना संक्रमण के चलते कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने 9 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है। सड़क पर बेवजह आवाजाही करने वाली गाडिय़ों पर रोक लगाई गई है। बावजूद कलेक्टर के आदेश की मुरुम माफिया धज्जियां उड़ा रहे है।
कोरोना संक्रमण के चेन को तोडऩेे के लिए जिले में संपूर्ण लॉकडाउन किया गया है। खनिज विभाग के जिम्मेदार अधिकारी का कहना है कि जहां सरकारी काम चल रहा है वहां जरुरत पडऩे पर मुरुम पहुंचाया जा रहा होगा। जबकि मुरुम खदान को कहीं अनुमति नहीं देने की बात भी अधिकारी खुद करते हैं। इधर परिवहन विभाग ने सभी गाडिय़ों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा है। आवश्यक गाडिय़ों के लिए ई-पास जारी किया गया है। सख्ती के साथ उसका पालन कराया जा रहा है। इधर मुरुम माफिया अवैध उत्खनन कर रहे हैं।
नवी मोनिका पांडेय, टीआई उतई ने बताया कि मुरुम का अवैध उत्खनन करते एक जेसीबी और दो हाइवा को पकड़कर थाना में खड़ी करा दिया है। मामले की जानकारी तहसीलदार और माइनिंग विभाग को दे दी गई है। माइनिंग विभाग कार्रवाई करेगा। किशोर कुमार गोलघाटे, जिला खनिज अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने गाड़ी पकड़ी है ऐसी जानकारी मिली है। लॉकडाउन के बीच कहीं सरकारी कार्य में मुरुम की जरुरत पड़ी होगी इसलिए हो सकता है खुदाई की जा रही होगी, लेकिन मामले में जांच के बाद खनिज नियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।