खेलों के माध्यम करियर की राह भी खुल गई है। हरीश ठाकुर का चयन खेल कोटे से सीआरपीएफ के लिए हुआ। परमेश्वर पटेल और हेमंत पटेल का चयन पुलिस में हुआ। डिकेश साहू और ललित साहू व्यायाम शिक्षक के लिए चयनित हुए हैं। करियर में गांव के खिलाडिय़ों को आगे बढ़ता देख बाकी युवाओं का भी उत्साह दोगुना हो गया है।
एडवेंचर क्लब को ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों का पूरा प्रोत्साहन मिलता है। सरपंच शशिकला सिन्हा, पूर्व सरपंच पवन ठाकुर, धर्मेन्द्र कौशिक व अन्य जनप्रतिनिधि निरंतर प्रोत्साहन देते हैं। भूपेश सिन्हा प्रशिक्षक के रूप में वरिष्ठ एवं कनिष्ठ खिलाडिय़ों को प्रशिक्षित करते हैं। इस साल यहां एडवेंचर ट्राफी खोखो प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, इसमें प्रदेश की 16 टीमों ने हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इन खिलाडिय़ों का हौसला अफजाई किया है। उन्होंने ग्रामीण खिलाडिय़ों को 9 लाख रूपए का खो-खो मैट प्रदान किया है। पहले क्लब की गतिविधियां सुबह और शाम ही होती थीं। अब सोलर हाई मास्ट लाइट लग जाने से देर शाम तक स्पोट्र्स गतिविधि का संचालन संभव हुआ है।