क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में वैसे तो 2016 में लाइसेंस शाखा को सबसे पहले ऑनलाइन किया गया। इसके बाद पूरी प्रक्रिया दिसंबर 2017 से ऑनलाइन कर दिया गया। अब फीस पटाने से लेकर अन्य सारी औपचारिकताएं ऑनलाइन हो चुकी है। इसका नियंत्रण रायपुर से होता है।
अधिकारियों का कहना है कि सर्वर चलाने के लिए विभाग ने निजी टेलीकॉम कंपनी से अनुबंध किया है। इसी के तहत दुर्ग क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में भी उसी कंपनी का कनेक्शन लिया गया है। मंगलवार को जांच में खुलासा हुआ कि लिंक फेल इंटरनेट की वजह से हो रहा है। लेन की खराबी स्थानीय स्तर पर ठीक करना होगा।
सेक्टर-5 भिलाई निवासी रामाधार कश्यप ने बताया कि उन्हें फोटोग्राफी कराना है। बार-बार लिंक फेल होने से फोटोग्राफी नहीं हो रही है। फोटोग्राफी नहीं होने की वजह से साफ्टवेयर आगे का काम नहीं कर रहा है। इसी तरह शांतिनगर निवासी ट्रास्पोर्ट कारोबार से जुड़े सलीम ने बताया कि उसका शुल्क जमा हो गया है। लिंक नहीं होने से वह रजिस्ट्रेशन के लिए पिछले चार दिन से चक्कर लगा रहा है।
इस संबंध में अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अतुल विश्वकर्मा का कहना है कि हमने हायर ऑफिस को इस आशय की सूचना दे दी है। कुछ एक्सपर्ट मंगलवार को आए थे। उन्होंने लेन फार्ट बताया है। एक-दो दिन में समस्या ठीक हो जएगी।